छत्तीसगढ़वासियों ने प्रदेश में छिपी असीम संभावनाओं को पहचाना: सुश्री उइके : राज्यपाल अमेरिका की नाचा संस्था द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस-2020 कार्यक्रम में वर्चुअल शामिल हुई
रायपुर, 02 नवंबर 2020/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके आज छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (नाचा) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल शामिल हुई। उन्होंने नाचा संस्था के सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि मुझे खुशी है सैकड़ों मील दूर रहकर भी हमारे छत्तीसगढ़वासी यहां की यादों को संजोए हुए हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्योत्सव का आयोजन कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ को बने 20 वर्ष होने जा रहा है। राज्य गठन के बाद इन वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक ठोस धरातल निर्मित हुआ है। इस दौर में राज्य में विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक रूप से भी एक अलग पहचान बनी है। पूर्व में पिछड़े क्षेत्र के रूप में देखे जाने वाले इस क्षेत्र को अब दुनिया व्यापक संभावनाओं वाले राज्य के रूप में देख रही है। सबसे अच्छी बात है छत्तीसगढ़ राज्य और यहां के लोगों ने यहां की छिपी असीम संभावनाओं को पहचाना है। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव की बधाई दी।
सुश्री उइके ने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ एक खूबसूरत प्रदेश है, जहां पर अपार प्राकृतिक सौंदर्य है। जहां बस्तर में चित्रकोट तथा तीरथगढ़ जलप्रपात, कुटुमसर की गुफाएं जैसे सुंदर प्राकृतिक स्थल हैं, वहीं उत्तर में सरगुजा अंचल के कोरिया जिले में सीतामढ़ी हरचौका एवं सरगुजा जिले के रामगढ़ में सीता बेंगरा तथा लक्ष्मण बेंगरा गुफा है, जहां पर वनवास काल में राम-सीता आने के चिन्ह मिलते हैं। ग्राम चंद्रखुरी में माता कौशल्या का एकमात्र मंदिर है, वहीं तुरतुरिया में वाल्मिकी ऋषि का आश्रम है। यहां पर यह माना जाता है कि भगवान श्रीराम वनवास के समय यहां से गुजरे थे। इस रास्ते को शासन द्वारा राम वनगमन पथ के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मैनपाट, जशपुर या चिल्फी घाटी जैसे स्थल ऐसे अभूतपूर्व हिल स्टेशन का अनुभव कराते हैं, जहां जाते ही मन को सुकून मिलता है। छत्तीसगढ़ के हर कोने में चाहे दंतेवाड़ा हो या डोंगरगढ़, वहां पर दुर्गा माता अलग-अलग रूपों में विराजमान है, जिसके दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण आते हैं। छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है, जहां पर धान की सबसे अधिक प्रजातियां संग्रहित है और खेती की जाती है। साथ ही यहां पर चाय, काफी की भी खेती की जाती है। सबसे अच्छी बात है छत्तीसगढ़ राज्य और यहां के लोगों ने यहां की छिपी असीम संभावनाओं को पहचाना है।
राज्यपाल ने कहा कि किसी भी प्रदेश की उन्नति में एन.आर.आई. कम्यूनिटी का बहुत बड़ा योगदान होता है, जिसमें कि नाचा अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने आग्रह किया कि छत्तीसगढ़ के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दें और शासन के साथ मिलकर अपने प्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाएं।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत सिंह भगत ने नाचा संस्था को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस-2020 के आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आप लोग अमेरिका में जाकर छत्तीसगढ़ की मिट्टी की सुगंध बिखेर रहे हैं और वहां के लोगों को यहां की संस्कृति से रूबरू करा रहे हैं। यह सराहनीय है। किसी भी देश की सबसे महत्वपूर्ण पहचान वहां की पर्यटन-संस्कृति से होती है। ऐसे कार्यक्रमों से दूसरे देश के लोगों को पर्यटन और संस्कृति की जानकारी मिलती है। इससे हमारे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही सांस्कृतिक संबंध भी मजबूत होंगे। श्री भगत से नाचा संस्था के प्रमुख श्री कर ने अन्य प्रदेशों का उदाहरण देते हुए छत्तीसगढ़ में भी एन.आर.आई. डिवीजन बनाने का आग्रह किया। इस पर श्री भगत ने उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर अरपा पैरी के धार सहित छत्तीसगढ़ी गीत एवं लोकनृत्य सहित अन्य नृत्यों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय गायक श्रीमती वंदना विश्वास, अमेरिका के गायक श्री चन्द्रकांत साहू, गायक श्री सुनील मानिकपुरी, गायिका आरू साहू, गायिक लक्ष्मी करियारे, गायक श्री सूरज श्रीवास, श्री राजेश सिंह, आस्ट्रेलिया के गायक श्री नीरज शर्मा, श्री घनश्याम मिर्झा, श्री निर्मल कुमार आदि ने अपना प्रदर्शन दिया। कार्यक्रम को भारतीय काउंसुल जनरल, अमेरिका डॉ. टी.व्ही. नागेन्द्र प्रसाद और नेपेरूइले सिटी मेयर श्री स्टीव शिरिको ने भी अपना संबोधन दिया।
इस अवसर पर नाचा संस्था के अध्यक्ष श्री गणेश कर, कवि पद्मश्री श्री सुरेन्द्र दुबे, अभिनेता श्री अनुज शर्मा, नाचा संस्था की संस्थापक दीपाली सरायगी, नाचा कीजनरल सेक्रेटरी सोनल अग्रवाल तथा श्री अजय पांडेय भी उपस्थित थे।