राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान- द ग्रैंड आर्डर ऑफ द चेन ऑफ येलो स्‍टार से सम्‍मानित किया गया

नई दिल्ली : राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान- द ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चैन ऑफ येलो स्‍टार से सम्‍मानित किया गया है। पारामारिबो में सूरीनाम गणतंत्र के राष्‍ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने उन्‍हें यह सम्‍मान प्रदान किया। राष्‍ट्रपति मुर्मू यह सम्‍मान प्राप्‍त करने वाली पहली भारतीय हैं।

इस अवसर पर राष्‍ट्रपति‍ ने कहा कि यह सम्‍मान न केवल उनके लिए बल्कि उन 140 करोड़ से अधिक भारतीयों के लिए भी अत्‍यन्‍त महत्‍वपूर्ण है जिनका वे प्रतिनिधित्‍व कर रही हैं।

राष्‍ट्रपति मुर्मू ने इस सम्‍मान के लिए सूरीनाम सरकार के प्रति हार्दिक आभार व्‍यक्‍त किया और कहा कि यह दोनों देशों के बीच सतत सहयोग संबंध का प्रतीक है।

राष्‍ट्रपति मुर्मू सूरीनाम के तीन दिन की राजकीय यात्रा पर हैं। उन्‍होंने सूरीनाम के राष्‍ट्रपति के साथ प्रतिनिधिमंडल स्‍तर की बातचीत की। इस दौरान राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत के ही समान सूरीनाम भी विविधता वाला देश है जहां विभिन्‍न जातियों, भाषाओं और धर्मों के लोग शांति और सद्भाव के साथ रहते हैं।

उन्होंने कहा कि भारत और सूरीनाम के गहरे ऐतिहासिक और सांस्‍कृतिक संबंधों ने दोनों देशों के बीच आधुनिक बहुमुखी साझेदारी की नींव रखी है। उन्‍होंने इस बात का भी उल्‍लेख किया कि सूरीनाम में हिंदी व्‍यापक रूप से बोली जाती है जो उन्हें मातृभूमि की याद दिला रही है।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच क्षमता से कम व्‍यापार हो रहा है। आपसी लाभ के लिए द्विपक्षीय व्‍यापार बढाने की दिशा में मिलकर काम करने की आवश्‍यकता है। इस सिलसिले में दोनों देशों के बीच तीन समझौतों पर हस्‍ताक्षर किए गए जिनमें से दो स्‍वास्‍थ्‍य और एक कृषि के क्षेत्र में है।

भारत सरकार ने सूरीनाम को बाढ़ राहत प्रयासों के अंतर्गत पांच करोड़ रुपये से अधिक की आवश्‍यक दवाओं की आपूर्ति की भी घोषणा की है। राष्‍ट्रपति मुर्मू ने इस सिलसिले में राष्‍ट्रपति संतोखी को प्रतीकात्‍मक रूप से दवाओं की एक खेप राष्‍ट्रपति भवन में हुए समारोह में प्रदान किया।

पारामारिबो में विशेष संवाददाता सम्‍मेलन में विदेश मंत्रालय के पूर्वी मामलों के सचिव सौरभ कुमार ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए उठाये गए कदमों के अंतर्गत भारत सरकार ने सूरीनाम में भारतीय मूल के लोगों की पांचवीं और छठी पीढ़ी को विदेशी भारतीय नागरिकता की सुविधा प्रदान की है। वहां प्रवासी भारतीयों की ओर से लंबे समय से यह मांग हो रही थी।

उन्‍होंने यह भी कहा कि स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में हुए समझौते से भारतीय दवा उद्योग को सूरीनाम के बाजार का लाभ मिलेगा। राष्‍ट्रपति मुर्मू को सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर समारोह में मुख्‍य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस दौरान राष्‍ट्रपति सूरीनाम में प्रवासी भारतीयों की ओर से किए गए कई सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों में शामिल हुई।

राष्‍ट्रपति मुर्मू आज वहां लालारूख संग्रहालय, आर्य दिवाकर मंदिर और श्रीविष्‍णु मंदिर जाएंगीं। इसके बाद वे गेवालेन हेल्‍डेन 1902 स्‍मारक पर श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगी और फिर प्रवासी भारतीयों की ओर से आयोजित स्‍वागत समारोह में भाग लेंगी।