संविदा कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने की संसदीय सचिव से मुलाकात

कर्मचारियों ने नियमितिकरण के साथ ही अपनी मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

संसदीय सचिव ने मांगों की ओर शासन का ध्यानाकर्षित कराने का दिया आश्वासन

महासमुंद : छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा। जिस पर संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने उनकी मांगों की ओर शासन का ध्यानाकर्षित कराने का आश्वासन दिया।

आज मंगलवार को छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने संसदीय सचिव निवास पहुंचकर संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर से मुलाकात की। इस दौरान संघ के पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपते हुए नियमितिकरण व अन्य मांगों की ओर ध्यानाकर्षित कराया। उन्होंने कहा कि संविदा कर्मचारियों की मेहनत का ही नतीजा है जिसके कारण राज्य सरकार बहुत से अवार्ड केंद्र सरकार से प्राप्त किया है। चाहे मनरेगा हो, स्वास्थ विभाग के कार्य हो, धान खरीदी या पीडीएस सभी में संविदा अनियमित कर्मचारियों का योगदान रहा है। जिस पर संसदीय सचिव चंद्राकर ने उनकी मांगों की ओर शासन का ध्यानाकर्षित कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान रामगोपाल खुंटे, अभिषेक शर्मा, डॉ बी एल मिश्रा, डॉ देवेंद्र साहू, सुरेन्द्र चंद्राकर, हेमकुमार सोनकर, जयकान्त विश्व कर्मा, चंद्रहांस सिन्हा, परमेश्वर सेन, डॉ हेमंत भार्गव, विजय लछमी, विशाखा साहू, यमुना साहू, डॉ शिवकुमार साहू, कोमल साहू, प्रविण नागदेव आदि उपस्थित थे।

कॉलेज के विद्यार्थियों ने की मुलाकात

कॉलेज के विद्यार्थियों ने बीएससी अंतिम वर्ष में एक ही विषय में पूरक करने के मामले में संसदीय सचिव व जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विनोद सेवनलाल चंद्राकर से मुलाकात कर उचित कार्रवाई की मांग की। इस दौरान विद्यार्थियों ने बताया कि पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा बीते दिनों बीएससी अंतिम वर्ष के नतीजे घोषित किए गए। जिसमें करीब तीस से चालीस विद्यार्थियों को अंग्रेजी जैसे एक ही विषय में पूरक कर दिया गया है। जिन-जिन विद्यार्थियों को पूरक किया गया है उसमें ऐसे विद्यार्थी भी शामिल हैं जो अन्य विषय में बहुत नंबर लाए हैं। कई विद्यार्थियों को एक-दो नंबर से फेल कर दिया गया है। उन्होंने उत्तरपुस्तिका की पुनः जांच कराने की मांग की। जिस पर संसदीय सचिव चंद्राकर ने कुलपति से चर्चा कर उचित पहल करने का आश्वासन दिया।