कल से मानसून सत्र, इन मुद्दों बड़े मुद्दों पर जवाब देना सरकार के लिए मुश्किल

नईदिल्ली,  कल यानि 14 सितंबर (14 September) संसद का मानसून सत्र2020 (monsoon session 2020)शुरू हो रहा है, लेकिन ऐसा पिछले दो दशकों में पहली बार हो रहा है। इससे एक दिन पहले कोई सर्वदलीय बैठक नहीं होगी. जिससे विपक्ष नाराज है.

आपको बता दें कि मानसून सत्र (monsoon session) 1 अक्टूबर को को खत्म होगा. प्रश्नकाल (Question Hour)ना कराने के फैसले पर सरकार अड़ी हुई है. सरकार के इस फैसले की वजह से विपक्ष के सांसदों और सरकार के बीच तलवारें खिंच गई हैं. संसद में विपक्षी पार्टियां भारत-चीन विवाद, अर्थव्यवस्था (Economy) में गिरावट और महामारी से निपटने के लिए सरकार के कार्यों पर सवाल पूछने की उम्मीद लेकर बैठी हैं.

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वैसे तो कई मुद्दों पर इस बार विपक्ष और सरकार के बीच मतभेद हो सकते हैं. विपक्ष कोरोना वायरस से लेकर गलवान शहीद हुए 20 जवानों तक,  कई मुद्दों को सदन में जोर शोर से उठाने की कोशिश करेगी. लेकिन कोरोना, गलवान, और अर्थव्यवस्थापर सरकार को जवाब देना मुश्किल हो सकता है.

सरकार को मुश्किल का सामना इस लिए भी करना पड़ सकता है क्योंकि देश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है और फिलहाल इससे राहत मिलती नहीं दिख रही है. बल्कि गुजरते वक्त के साथ कोरोना संक्रमण पूरे देश में तेजी से पैर पसार रहा है.

वहीं चीन से सीमा पर भी तनाव बरकरार है ऐसे में विपक्ष के सवालों का जवाब देना सरकार के लिए मुश्किल हो सकता है. वहीं 20 सैनिकों की शहाद का मुद्दा भी सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है.