फीस नहीं देने पर कितने विद्यार्थीयो को ऑनलाइन क्लास से बाहर किए इसकी होगी जांच, प्राइवेट स्कूलों से फीस का ब्योरा भी मांगा

रायपुर:– डीपीआई जितेंद्र शुक्ला ने जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को चिट्ठी लिखी है कि फीस न देने पर हर प्राइवेट स्कूल ने कितने व कौन-कौन से बच्चों को ऑनलाइन क्लास से हटाया, या स्कूल से टीसी थमा दी है, उनका ब्योरा तुरंत भेजा जाना चाहिए।जिन प्राइवेट स्कूलों ने फीस नहीं अदा करने की दशा में बच्चों को ऑनलाइन क्लास से बाहर रखा, शिक्षा विभाग अब राजधानी के ऐसे एक-एक बच्चे का ब्योरा लेने में जुट गया है। यह निर्देश पहले से थे कि जो बच्चे फीस नहीं दे पा रहे हैं, उन्हें ऑनलाइन क्लास से वंचित न किया जाए। लेकिन राजधानी में यह शिकायतें सबसे ज्यादा हैं। यही नहीं, विभाग ने लाॅकडाउन के दौर पर हर निजी स्कूल से ब्योरा मांगा है कि उन्होंने कितनी फीस वसूली है? यह ब्योरा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय हर निजी स्कूल से ली गई जानकारी के आधार पर भेजेगा। शासन से संकेत मिले हैं कि फीस नहीं देने पर बच्चे को ऑनलाइन क्लास से हटाने या उन्हें लिंक-साइट नहीं भेजने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्ती की तैयारी की जा रही है। यही नहीं, डीईओ को यह भी बताना होगा कि कोरोना लॉकडाउन से पहले व बाद में किन स्कूलों ने पैरेंट्स के कितनी फीस वसूली है। डीपीआई ने 9 जुलाई को हाइकोर्ट के आदेश के बाद जिन स्कूलों ने फीस वसूली, उनका ब्योरा भी तलब कर लिया है। इस बारे में डीईओ को हाइकोर्ट के आदेश की कापी का अध्ययन करने को भी कहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसी भी छात्र को स्कूल से न निकालने के निर्देश दिए थे।