मत्स्य पालन हेतु भ्रामक विज्ञापनों से सावधान

गरियाबंद 31 अक्टूबर 2020/ प्रदेश में कुछ अशासकीय संस्थाओं/फर्म द्वारा मत्स्य कृषकों की पूर्ति पर तालाब निर्माण करवाकर मछली पालन का व्यवसाय करवाने के नाम पर विभिन्न योजनायें प्रसारित की जा रही है।

                                               इन संस्थाओं द्वारा कृषकों से एक बड़ी राशि लेकर उनकी ही भूमि पर मत्स्य पालन का व्यवसाय करने एवं उन्हें एक निश्चित मासिक आय का प्रलोभन दिया जा रहा है।

कांट्रेक्ट फार्मिग या राशि को दोगुना करने जैसे नाम से ये प्रस्ताव ऐसी फर्म दे रही है।

सहायक संचालक मत्स्य श्रीमती मधु खाखा ने सर्वसाधारण को सूचित किया है कि मछली पालन विभाग अथवा छत्तीसगढ़ शासन ऐसी किसी योजना को प्रमाणित नही करता है, अतएव कोई भी मत्स्य कृषक ऐसी किसी भी योजना से स्वयं विचार कर एवं वैधानिक/आर्थिक पक्षों को भली-भांति समझकर ही राशि निवेश करें।

संबंधित जानकारी के लिए मत्स्य विभाग से संपर्क कर सकते है।