कोरोना रिपोर्ट पाजेटिव आने के 4 घंटे बाद 65 वर्षीय बुजुर्ग की उपचार के दौरान मौत

बालोद:–बुजुर्ग को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत बाद उनका कोरोना टेस्ट कराया गया,जो पॉजिटिव आने के बाद उन्हें पैदल ही बालोद जिला चिकित्सालय भेजने का मामला सामने आया है और भर्ती के महज 4 घंटे बाद 65 वर्षीय बुजुर्ग की उपचार के दौरान कोरोना से मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों को गुस्सा फूट गया और नाराजगी जाहिर करते हुए उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया। बुधवार को कोरोना संक्रमित 65 वर्षीय तिलक राम, निवासी ताड़की (अंतागढ़) की इलाज के दौरान मौत हो गई। वृद्ध की मौत के बाद सम्पर्क में आए बेटे को भी पिता को देखने नहीं दिया, तो कोविड अस्पताल के स्टाफ पर जमकर नारजागी जाहिर की। परिवार वालों के मुताबिक तिलक राम को कुछ दिनों से सर्दी-खांसी की शिकायत थी और सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। जिसके बाद बेटा ने उन्हें कार से बालोद के एक निजी अस्पताल पहुंचाया,तो अस्पताल के चिकित्सक ने कोरोना जांच कराने कहा। तो बुजुर्ग जांच कराने के लिए सरकारी फीवर क्लिनिक पहुंचे।
ओमप्रकाश मृतक के बेटे ने बताया कि उनके पिता की कोरोना जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद वह फीवर क्लीनिक से पैदल ही कोरोना अस्पताल गए। वहां भी भर्ती करने में स्वास्थ्यकर्मियों ने लेटलतीफी की। 1:30बजे उसे ऑक्सीजन वार्ड में भर्ती कराया गया और सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने के कारण इलाज के दौरान शाम को उसकी मौत हो गई। शाम को मौत होने के कारण शव को मॉरच्र्युरी में रखा गया है। आज परिजन गृह ग्राम ले जाकर कोविड 19 नियम के तहत अंतिम संस्कार किया।