विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत बायोटेक के कोविडरोधी टीके -कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी
नई दिल्ली :- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आज कोविड-19 के भारत बायोटेक वैक्सीन की आपात उपयोग की अनुमति दे दी है।
जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत 2022 तक कोविड वैक्सीन की 500 करोड़ वैक्सीन का उत्पादन करेगा। उन्होंने स्वास्थ्य संगठन पर कोवैक्सिन की मंजूरी के लिए अपना पक्ष रखा था।
स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी सलाहकार समूह की आज हुई बैठक में कोवैक्सिन के आपात उपयोग की सिफारिश की। संगठन ने पिछले सप्ताह हैदराबाद स्थित कंपनी से कोवैक्सिन के संदर्भ में और स्पष्टीकरण मांगा था।
कोवैक्सिन की विश्व स्वास्थ्य संगठन के महत्वपूर्ण सलाहकार समूह के टीकाकऱण पर विशेषज्ञों ने समीक्षा की थी और इसने 18 वर्ष से अधिक आय़ु के सभी लोगों के लिए दो खुराक में इस वैक्सीन के उपयोग, खुराकों के बीच में 4 सप्ताह के अंतराल के साथ उपयोग की सिफारिश की थी।
संगठन ने ट्वीट में कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अनुमोदित कई वैक्सीन की सूची में कोवैक्सिन को शामिल किया है।
संगठन ने कहा है कि कोविड-19 को जड़ से खत्म करने के लिए कोवैक्सिन को शामिल करने से अत्यन्त कारगर चिकित्सा साधनों में वृद्धि हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड वैक्सीन के आयात और इन्हें लगाने की अपनी नियामक अनुमति में तेजी लाने की संबंधित देशों को मंजूरी दे दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इसका उद्देश्य तेजी से दवाएं और वैक्सीन का उत्पादन और नैदानिक उपलब्धता करना है। ऐसा करते हुए सुरक्षा, प्रभावशीलता और गुणवत्ता के कड़े मानकों का पालन करना जरूरी होगा।
भारत के औषधि नियंत्रक महानिदेशक से आपात इस्तेमाल के लिए प्राप्त वैक्सीन की अनुमति की सूची में कोवैक्सिन छठी वैक्सीन है और इसका इस्तेमाल कोविशील्ड तथा स्पूतनिक-वी के साथ राष्ट्रव्यापी टीकाकऱण कार्यक्रम में उपयोग किया जा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने ट्वीट करके आपात उपयोग की सूची में कोवैक्सिन को शामिल किये जाने पर भारत को बधाई दी है।