पेयजल की समस्या दूर करने के लिए ग्रामवार सूची करें तैयार – कलेक्टर
वनधन केन्द्र के स्वसहायता समूह की महिलाओं को ट्राईफेड से मिला 1 लाख 12 हजार रूपए का आर्डर
कलेक्टर ने कोविड केयर सेंटर फिर से शुरू करने के दिए निर्देश
साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक संपन्न
राजनांदगांव :- कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि जिले के नगरीय निकायों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने की जरूरत है। नगर निगम के सभी वार्डों से लगातार कोरोना संक्रमण के मरीज मिल रहे हैं, यह स्थिति चिंताजनक है। इसके लिए उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर वर्मा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि निगम क्षेत्र के 51 वार्डों में जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, वे लगातार वार्डों का निरीक्षण करें। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करके ही संक्रमण से बचा जा सकता है।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए अधिक से अधिक सैम्पलिंग लेने की जरूरत है। बाजार, भीड़ वाले स्थानों के दुकानदार और सभी व्यापारियों का सैम्पलिंग लिया जाए। महाराष्ट्र की सीमा से लगे बागनदी बार्डर में एंटीजन टेस्ट जारी रखें। उन्होंने कहा कि त्यौहार में भीड़ वाले कार्यक्रम आयोजित नहीं करें। कोई भी कार्यक्रम आयोजित करने से पहले अनुमति लेना अनिवार्य है। टूरिस्ट स्पॉट, पिकनिक सेंटर में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी एसडीएम को कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए कोविड केयर सेंटर फिर से शुरू करने के लिए निर्देशित किया।
कलेक्टर वर्मा ने कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा करते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के वैक्सीनेशन में तेजी लाएं। सरपंच, सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, एमपीडब्ल्यू एवं मितानिन सभी का सहयोग लेकर लोगों को प्रेरित करें। सभी एसडीएम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में वैक्सीनेशन की समीक्षा करें और लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि गर्मी में पेयजल की समस्या के निराकरण के लिए ग्रामवार सूची बनाने के लिए कहा। जिसमें जल की उपलब्धता और समस्या के अनुरूप निराकरण के लिए तैयारी पहले से ही करने की जरूरत है। वनधन केन्द्र के लिए महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं को 1 लाख 12 हजार रूपए का आर्डर ट्राईफेड से मिला है। जिसमें शहद, आटा एवं अन्य उत्पाद ट्राईफेड को भेजा जाना है। उन्होंने जनपद सीईओ को इस ओर ध्यान देने के लिए कहा।
कलेक्टर ने वर्मी कम्पोस्ट के खरीदने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत ने कहा कि लो-कॉस्ट टेक्नोलॉजी से सांकरा, मोहला एवं अन्य गौठानों में वर्मी बेड बनाया जाना है, जिसमें वर्मी की गुणवत्ता अच्छी रहती है। उन्होंने उप संचालक कृषि को इस कार्य के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सड़क के किनारे स्थित ढाबा के शौचालयों का उपयोग आम नागरिक कर सकते हैं, जिसके लिए सार्वजनिक शौचालय का बोर्ड लगाने के लिए सभी एसडीएम को निर्देशित किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि जिले में लगातार कोविड-19 के मरीज मिल रहे हैं। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के परिजन कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से दिक्कत आ रही है। यह भी देखने की जरूरत है कि कोविड-19 से संक्रमित मरीज के परिजन घर में ही रहे। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का कान्टेक्ट ट्रेसिंग कर प्राथमिक संपर्क में रहने वालों का सैम्पल लेकर जांच करें। प्रतिदिन लक्ष्य के अनुरूप सैम्पल लेना सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अजीत वसंत, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव एन गुरूनाथन, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।