विधान सभा अध्यक्ष महंत ने विधान सभा परिसर में गांधी व शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित किये
रायपुर:– छत्तीसगढ़ विधान सभा परिसर में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर विधान सभा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये । पश्चात् विधान सभा परिसर स्थित सेन्ट्रल हाल में प्रतिष्ठापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के तैल चित्र पर भी पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया । इस अवसर पर विधान सभा उपाध्यक्ष मा मनोज सिंह मन्डावी,मा विधायक सत्यनारायण शर्मा ,विधान सभा के प्रमुख सचिव चन्द्र शेखर गंगराड़े एवं विधान सभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे । इस अवसर पर अपने संदेश में विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सत्य एवं अहिंसा के पुजारी और थे और उनके स्वदेशी, ट्रस्टीशिप, स्वराज एवं सर्वोदय के सिद्धांत एवं विचार आज भी प्रासंगिक हैं । गांधी जी ने देश की स्वतंत्रता, एकता और अखंण्डता के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन न्योछावर कर दिया । उनका मूल मंत्र शोषण विहीन समाज की स्थापना करना था । उन्होने कहा कि-गांधी जी के सिद्धांत सदैव पूरे विश्व का मार्गदर्शन करते रहेंगे । पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को स्मरण करते हुए विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि-शास्त्री जी सच्चे गांधीवादी थे, जिन्होने अपना सारा जीवन सादगी से बिताया और उसे गरीबो की सेवा में लगाया । शास्त्री जी ने नेहरू जी के निधन के पश्चात् अत्यंत क ठिन समय में भारत का नेतृत्व किया और जय-जवान, जय-किसान का नारा दिया । उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिए आज भी पूरा देश उन्हें श्रद्धापूर्वक याद करता है