अंतर्राष्‍ट्रीय बाघ दिवस पर उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने वन्याजीव प्रेमियों को बधाई दी

आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस है। उपराष्‍ट्रपति एम वैंकैया नायडु ने इस अवसर पर बाघों के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवासों को सुरक्षित रखने के लिए हर एक को अपना संकल्‍प और मजबूत करने का आह्वान किया है।

उन्‍होंने कहा कि बाघों का संरक्षण बहुत अहम है, क्‍योंकि उनके बसेरों में कई जीवों को संरक्षण मिलता है। श्री नायडु इस बात पर खुशी व्‍यक्‍त की कि हाल के वर्षों में भारत में बाघों की आबादी में उल्‍लेखनीय वृद्धि हुई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर वन्यजीव प्रेमियों, विशेषकर उन लोगों को बधाई दी है जो बाघ संरक्षण के काम में रूचि लेकर काम कर रहे हैं।

कई ट्वीट संदेशों में मोदी ने कहा कि दुनिया में  बाघों की कुल आबादी का 70 प्रतिशत बाघ भारत में पाये जाते हैं। भारत ने बाघों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने और उनके लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है।

भारत ने बाघों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने और उनके लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर  में 18 राज्यों में 51 बाघ अभ्यारण्य है। श्री मोदी ने कहा कि 2018 में कई गणना में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी दिखाई गई थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने बाघ संरक्षण पर सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा की समय-सीमा से चार साल पहले ही बाघों की आबादी को दोगुना करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है।

मोदी ने कहा कि देश की बाघ संरक्षण की नीति स्थानीय समुदायों को इस काम में शामिल करने को सबसे अधिक महत्व देती है। उन्होंने कहा कि हम सभी वनस्पतियों और जीवों के साथ सद्भाव से रहने की सदियों पुरानी रीति से प्रेरित हैं।