नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ डहरिया ने 8.5 करोड़ की लागत से निर्मित जल शोधन संयंत्र एवं उच्च स्तरीय जलागार का लोकार्पण किया

पुरखों के बताए रास्ते पर चलकर राज्य सरकार सभी वर्गाें का कर रही
विकास: डॉ. शिव कमार डहरिया

राजनांदगांव शहर के विभिन्न विकास कार्याें के लिए 5 करोड़ रूपए की घोषणा

राजनांदगांव,04 नवम्बर 2020/ नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और वन मंत्री तथा राजनांदगांव जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने आज राजनांदगांव जिले के मोहारा में मिशन अमृत योजना के तहत 8 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से निर्मित जल शोधन संयंत्र एवं उच्च स्तरीय जलागार (पानी टंकी) का लोकार्पण किया। इनमें मोहारा जल संयंत्र गृह में 17 एमएलडी के जल शोधन संयंत्र और नवागांव तथा कंचन बाग में उच्च स्तरीय जलागार का निर्माण कार्य शामिल है।

उन्होंने कार्यक्रम में राजनांदगांव शहर विभिन्न विकास कार्याें के लिए 5 करोड़ रूपए की घोषणा की। मंत्री डॉ. डहरिया इस दौरान संस्कारधानी स्थित सतनाम भवन गए और प्रबुुद्ध लोगों से मुलाकात की। वे वहां बाबा गुरू घासीदास जी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।

डॉ. डहरिया इसके बाद कचरे से खाद और गोबर से कम्पोस्ट बनाने की प्रक्रिया की जानकारी लेने सेनेटेशन गार्डन का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान स्वच्छता दीदियों द्वारा बनाए गए गोबर के दीये भी खरीदे।

लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पुरखों के बताए गए रास्तों पर चलकर प्रदेश के सभी वर्गाें का सम्मान के साथ विकास कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जनघोषणा के अपने आधे से अधिक वादे पूरा कर लिया गया है। धीरे-धीरे अन्य वादे भी पूरा किया जाएगा।

मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों और गरीबों के कल्याण के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना शुरू की गई है। लाखों किसानों और गरीबों को इस येाजना का लाभ मिल रहा है। डॉ. डहरिया ने आगे कहा कि प्रदेश में किसान, गरीब मजदूर खुश है।

भूपेश बघेल की सरकार ने प्रदेश के लोगों के जेब में पैसा डालने का काम किया है। देश में आर्थिक मंदी के बावजूद छत्तीसगढ़ में इसका प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने बताया कि परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने के लिए पौनी-पसारी योजना शुरू की गई। इस व्यवसाय से हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। शहरी आवासहिन गरीबों को स्वयं मकान उपलब्ध हो। इस दिशा में भी कारगर योजना बना कर काम कर रही है। इस योजना के तहत लाखों गरीब परिवारों को आशियाना मिला है।

उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय के जरिए लोगों की समस्याओं का तत्काल निराकरण करने का प्रयास किया जा रहा है।

कार्यक्रम को वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने भी संबोधित किया। अकबर ने कहा कि आज जल शोधन संयंत्र और जलागार (पानी टंकी) का शुभारंभ हुआ है। निश्चित ही इससे राजनांदगांव लोगों को लाभ मिलेगा।

अकबर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना शुरू कर जनकल्याण के दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि अलग-अलग योजनाओं के तहत लगभग 70 हजार करोड़ रूपए किसानों, गरीबों तथा आम लोगों को राहत प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून लाया गया है।

छत्तीसगढ़ सरकार मंडी कानून में संशोधन कर किसानों और उपभोक्ताओं के हित में फैसला लिया है।

कार्यक्रम में नगर पालिक निगम राजनांदगांव की महापौर हेमा देशमुख ने बताया कि हर घर पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए मिशन अमृत योजना के तहत मोहारा में जल संयंत्र गृह, शहर के छः स्थानों पर पानी टंकी का निर्माण के साथ-साथ पाईप लाईन का विस्तार किया जा रहा है।

इसी कड़ी में रानी जोतकुंवर बाई जल संयंत्र गृह मोहारा में 17 एमएलडी श्रमता के जल शोधन संयंत्र का निर्माण किया गया है। नवागांव में 19.50 लाख लीटर छमता वाली और कंचन बाग में 13.50 लाख लीटर श्रमता वाली उच्च स्तरीय जलागार (पानी टंकी) का निर्माण किया गया है।

इस अवसर पर विधायक दालेश्वर साहू, छन्नी साहू, अंत्याव्यवसायी विकास निगम के अध्यक्ष धनेश पाटीला, कलेक्टर टोकश्वर वर्मा सहित शाहिद खान, छाबड़ा, कदम कोठारी, मोहम्मद अतीख तथा अन्य जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।