ग्रामीणों को जंगल में न जाने की समझाईश हाथी द्वारा किये गए क्षति का आंकलन कर क्षतिपूर्ति दी जायेगी-अग्रवाल
गरियाबंद:- वनमण्डाधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया कि 04 जनवरी 2021 को दिन में 15 से 20 हाथियों का झुण्ड जो कि दिन में ग्राम दशपुर के पास कक्ष क्रमांक 647 में आराम कर रहे थे। शाम को लगभग 05 बजे कक्ष क्रमांक 659-660 से होते हुए रायपुर-देवभोग राष्ट्रीय राज्य मार्ग 130-सी को पार कर कमार डेरा ग्राम भीरालाट के पास पहुंचा। वहां कमार परिवार के 05 घर बना हुआ है।
परिवार के सभी सदस्यों को हाथी के विचरण की सूचना देकर किसी भी प्रकार की जनहानि से बचाने के लिये सुरक्षित पक्के मकान में ले जाकर रखा गया। कमार डेरा से हाथी विचरण करते हुये ग्राम भीरालाट, पण्डरीपानी से होते हुए पण्डरीपानी के बाहर खेत में ग्राम जैतपुरी निवासी प्रभुलाल के मकान को क्षति किया। जिसमें निवासरत् परिवार के सभी सदस्यों पूर्व में ही वनकर्मचारियों के द्वारा समय रहते पण्डरीपानी के पक्के घरों में शिफ्ट कर दिया गया था।
इस दरम्यान बिजली करेंट से हाथी प्रभावित न हो उसके लिये विद्युत विभाग के सहयोग से विद्युत गतिरोध किया गया था। हाथी द्वारा क्षति किये गये घरों का क्षति का आंकलन किया गया है। 05 जनवरी 2021 को ग्राम देवरीबाहरा और अंदोरा के पास कक्ष क्रमांक 703 में विश्राम कर रहा है तथा ग्रामीणों को जंगल में न जाने की समझाईश दिया जा रहा है।
ऐहतियात के तौर पर आसपास के समस्त ग्रामों में वनकर्मचारियों के द्वारा मुनादी करा दी गई है। शाम 05 बजे से पुनः वन परिक्षेत्र गरियाबंद, नवागढ़, धवलपुर के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं हाथी मित्र दल के सदस्यों द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से हाथी के विचरण पर नजर रखा जायेगा।