पेंशनधारियों को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कई विकल्प दे रहा है
नई दिल्ली:- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कोविड महामारी के कारण, ईपीएस पेंशनभोगियों को डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की सुविधा उनके आवास पर या उसके निकट मुहैया कराने के लिए कई विकल्प उपलब्ध कराएं हैं। इन सभी माध्यमों और एजेंसियों के माध्यम से जमा कराए जाने वाले जीवन प्रमाणपत्र पूरी तरह वैध होंगे।
इनके अलावा इसे, संगठन के एक सौ 35 क्षेत्रीय कार्यालयों तथा एक सौ 17 जिला कार्यालयों, पेंशन वितरक बैंक की शाखाओं, नज़दीक के डाकघरों और देशभर में तीन लाख 65 हजार समान्य सेवा केन्द्रों में भी जमा किया जा सकता है। इसके अलावा उमंग ऐप के जरिए भी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र दिया जा सकता है।
हाल में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने पेंशनभोगियों को उनके घर पर डिजिटल प्रमाणपत्र सेवा उपलब्ध कराने की शुरूआत की है। कर्मचारी भविष्य निधि कोष के पेंशनभोगी इस सेवा के लिए सामान्य शुल्क का भुगतान कर ऑनलाइन अनुरोध कर सकते हैं। नज़दीक के डाकघर से पोस्टमैन उनके घर जाएगा और डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी करेगा।
नए दिशानिर्देशों के अनुसार संगठन के पेंशनभोगी अब अपनी सुविधा के अनुसार वर्ष के दौरान कभी भी यह प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं। यह एक साल तक वैध होगा। जिन पेंशन भोगियों को पेंशन पेमेंट ऑर्डर 2020 में जारी किया गया है, उन्हें एक साल पूरा होने तक जीवन प्रमाणपत्र अपलोड करने की जरूरत नहीं है।