देश का पहला कोविड टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक शुरू, पहले दिन एक लाख 91 हजार से ज्यादा लोगों को टीके लगाये गये
नई दिल्ली :- भारत में कल दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसकी शुरुआत की। अभियान के पहले दिन एक लाख 91 हज़ार से अधिक लोगों को टीके लगाये गये।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि किसी भी व्यक्ति पर टीके के दुष्प्रभाव के कारण अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर नहीं है। भारतीय सीरम संस्थान द्वारा तैयार किया गया टीका कोविशील्ड सभी राज्यों को भेजा गया था। भारत बायोटेक द्वारा बनाया गया कोवैक्सीन बारह राज्यों को भेजा गया था।
सरकार के अनुसार टीकाकरण अभियान के शुरू होने से देश में कोरोना महामारी समाप्त होने की संभावना है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह अभियान मानवीय सिद्धांतों पर आधारित है और टीकाकरण के लिए प्राथमिकता ऐसे लोगों को दी जा रही है, जिनके संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक रहा है। जिसे कोरोना संक्रमण का रिस्क सबसे ज्यादा है उसे पहले टीका लगेगा। जो हमारे डाक्टर्स हैं, नर्सेसज हैं, अस्पताल में सफाई कर्मी हैं, मेडिकल-पेरामैडिकल स्टॉफ हैं वो कोरोना की वैक्सीन के सबसे पहले हकदार हैं। चाहे वो सरकारी अस्पताल में हो या फिर प्राइवेट में, सभी को ये वैक्सीन प्राथमिकता पर लगेगी। इसके बाद उन लोगों को टीका लगाया जाएगा जिन पर जरूरी सेवाओं और देश की रक्षा या कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री ने कोरोना के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे वैज्ञानिकों की सराहना की। उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि देश के पास बहुत कम समय में कोरोना के दो मेड इन इंडिया टीके उपलब्ध हैं। एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं, लेकिन इतने कम समय में एक नहीं दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई है। इतना ही नहीं कई और वैक्सीन पर भी काम तेज गति से चल रहा है। ये भारत के सामर्थ्य, भारत की वैज्ञानिक दक्षता, भारत के टैलेंट का जीता-जागता सबूत है।
मोदी ने कहा कि विदेशी टीकों की तुलना में भारतीय टीके काफी सस्ते होने के बावजूद कारगर हैं। उन्होंने कहा कि दोनों भारतीय टीकों की प्रभावशीलता के प्रति आश्वस्त होने के बाद ही उनकी मंज़ूरी दी गई है। इसलिए लोगों को अफवाहों और दुष्प्रचारों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
मोदी ने कहा कि कोरोना के टीके दो बार लेने की ज़रूरत होगी और दोनों टीकों के बीच लगभग एक महीने का अंतराल रखना होगा। दूसरा टीका लगाए जाने के दो सप्ताह बाद शरीर में कोरोना के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता विकसित होनी शुरू होगी। प्रधानमंत्री ने दवाई भी, कड़ाई भी का मंत्र दोहराते हुए लोगों से अनुरोध किया कि वे पहला टीका लगाए जाने के बाद मास्क उतारने और परस्पर सुरक्षित दूरी की अनदेखी करने की गलती न करें। टीका लगते ही आप असावधानी बरतने लगें, मॉस्क निकालकर रख दे, दो गज की दूरी भूल जाएं, ये सब मत करिएगा। मैं प्रार्थना करता हूं मत करिए और मैं आपको एक और चीज बहुत आग्रह से कहना चाहता हूं जिस तरह धैर्य के साथ आपने कोरोना का मुकाबला किया वैसे ही धैर्य अब वैक्सीनेशन के समय भी दिखाना है।