कलेक्टर ने बैठक में दिये निर्देश, कहा अमलेश्वर-सांकरा, कुम्हारी एवं अन्य क्षेत्रों में भी अवैध प्लाटिंग पर करें कड़ी कार्रवाई

स्लम स्वास्थ्य योजना में ज्यादा से ज्यादा ओपीडी बढ़ाने के दिये निर्देश

नगरीय निकाय के अधिकारियों को कहा कि सुबह-शाम दौरा कर देखें सफाई एवं अन्य बुनियादी सुविधाओं की स्थिति

दुर्ग 25 नवंबर 2020/ कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अमलेश्वर-सांकरा क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग पर विशेष नजर रखने और इन पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।

समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के साथ ही कुम्हारी में और अन्य जगहों पर जहां भी अवैध प्लाटिंग के मामले प्रकाश में आते हैं उन पर त्वरित कार्रवाई की जाए।

कलेक्टर ने इसके लिए एसडीएम एवं नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को समन्वय से कार्रवाई करने के निर्देश दिये।

बैठक में निगम कमिश्नर भिलाई ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक, डीएफओ केआर बढ़ाई, अपर कलेक्टर प्रकाश सर्वे, बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सुबह से करें दौरा, शाम को भी देखें सफाई की स्थिति

कलेक्टर ने निगम अधिकारियों को कहा कि सफाई सर्वोच्च प्राथमिकता है। नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छताकर्मियों का हौसला तब बढ़ता है जब अधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचकर उनका हौसला बढ़ाता है।

सुबह के समय ऐसे निरीक्षण करें और इसके लिए टीम बनाकर सफाई की स्थिति की मानिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि लोगों की राजस्व संबंधी दिक्कतों के लिए अथवा अन्य किसी भी प्रकार की दिक्कत दूर करने के लिए कैंप आयोजित करें। नगरीय क्षेत्र के गौठानों को भी आजीविकामूलक केंद्रों के रूप में विकसित करना बड़ी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही यहां पर गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें।

अधिकारियों से पूछा कि वर्मी कंपोस्ट बनने की क्या स्थिति है

कलेक्टर ने सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों एवं जनपद सीईओ से पूछा कि वर्मी कंपोस्ट बनने की क्या स्थिति है। खरीदे गये गोबर को किस तरह रखा गया है। वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता किस प्रकार है। क्या इसे टेस्टिंग के लिए लैब में भेजा गया है।

उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना में प्रोसेसिंग अगर सही तरह से हुई तो गुणवत्तायुक्त वर्मी कंपोस्ट प्राप्त होगा जिसका अच्छा मूल्य समूहों को मिलेगा। बस इसके लिए मानिटरिंग की विशेष जरूरत है कि प्रक्रिया के अनुरूप कार्य हो। अधिकारी नियमित रूप से देखें।

उन्होंने गौठानों में नस्ल गुणवत्ता के कार्यों को भी विशेष रूप से बढ़ाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों के माध्यम से पशुधन की मूल्यवत्ता बढ़ाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों को पशुपालन से अच्छी आय होने लगी तो वे इस ओर और अधिक रुचि लेंगे।

कलेक्टर ने मत्स्यपालन के लिए हितग्राहियों के चिन्हांकन के बाबत भी जानकारी ली। मत्स्य विभाग की अधिकारी ने बताया कि धमधा ब्लाक में हितग्राहियों का चयन कर लिया गया है शेष ब्लाक में प्रक्रिया चल रही है और शीघ्र ही हितग्राहियों का चयन कर लिया जाएगा।