पढ़ई तुंहर दुआर: सरगुजिया भाषा में भी अब ब्लॉग

रायपुर :- पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के अंतर्गत मकर सक्रांति 14 जनवरी से हमारे नायक कॉलम में सरगुजा संभाग की लोकप्रिय प्रचलित भाषा में ब्लॉग प्रकाशित किया जा रहा है, जिसमें सरगुजा संभाग से सरगुजा जिले की शिक्षक दीपलता देशमुख शिक्षक और सूरजपुर जिले की अस्थिबाधित दिव्यांग छात्रा कुमारी चिंतामणि राजवाड़े की ब्लॉग अपलोड किया जाएगा। शिक्षक का ब्लॉग, सूरजपुर जिले के ब्लॉग लेखक धर्मानंद गोजे तथा विद्यार्थी का ब्लॉग, बलौदाबाजार जिले की ब्लॉग लेखक सीमा मिश्रा ने लिखा है। ब्लॉग लेखक धर्मानंद गोजे ने दोनों ब्लॉग का सरगुजिया भाषा में अनुवाद किया है।

इसके पूर्व हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के साथ संस्कृत,छत्तीसगढ़ी भाषा और कुडुख और गोंडी क्षेत्रीय भाषाओं में भी ब्लॉग लेखन किया जा चुका है। दिन-प्रतिदिन हमारे नायक कॉलम के राज्य ब्लॉग लेखक की टीम के द्वारा किए जा रहे नए-नए प्रयास छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं कलात्मकता को प्रदर्शित कर रहे हैं, जिसकी जितनी प्रशंसा की जाये वो कम होगी।

जब से कोरोना काल की शुरुआत हुई थी, तब से ही हमारे प्रदेश के शिक्षक और अभिभावक बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंतित होने लगे थे। सभी की यह चिंता स्वाभाविक भी थी, क्योंकि इस कठिन दौर में बच्चों की पढ़ाई किस प्रकार जारी रखी जाए यह एक गंभीर सोचनीय प्रश्न था। स्कूल शिक्षा विभाग भी यह विचार कर रहा था कि शिक्षकों और बच्चों को अध्ययन-अध्यापन से कैसे जोड़ा जाए, ताकि स्कूली विद्यार्थी सुरक्षित घर पर ही रहकर अपनी पढ़ाई जारी रख सके।

इस दिशा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने इस सोच को मूर्तरूप प्रदान करते हुए ऑनलाईन पोर्टल ‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ प्रारंभ कर इन सारी समस्याओं का सार्थक समाधान निकाला। छत्तीसगढ़ से शुरू हुआ पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम बहुत जल्द ही पूरे देश भर में सबसे सफलतापूर्वक संचालित किया जाने वाला कार्यक्रम बन गया। पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम की सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि हमारे देश के साथ 17 अन्य देशों के विद्यार्थी भी इस पोर्टल से जुड़कर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

राज्य समग्र शिक्षा के सहायक डाॅ. एम. सुधीश ने बताया कि शिक्षकों और विद्यार्थियों के द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों और प्रयासों को भी हमारे पोर्टल में प्रतिदिन हमारे नायक के रूप में स्थान दिया जाता है। हमारे नायक कॉलम में शिक्षकों और विद्यार्थियों का नायक बनना बहुत ही गौरवान्वित करने वाला पल होता है। वर्तमान में शिक्षक संवर्ग में स्टोरीविवर की वेबसाइट में प्रदेश के सभी जिलों से सर्वाधिक कहानियां लेखन और अनुवाद करने वाले शिक्षकों तथा विद्यार्थी संवर्ग में विशेष आवश्यकता वाले होनहार दिव्यांग विद्यार्थियों का चयन नायक के रूप में किया जा रहा है। हमारे नायक के आगामी नौवें चरण में वे अधिकारी संवर्ग जो सबसे अधिक मॉनिटरिंग फोन के माध्यम से कर रहे हैं। शिक्षक और विद्यार्थी संवर्ग में नई कलात्मकता के साथ खिलौने निर्माण कर शिक्षण सामग्री के रूप में उनका उपयोग किया जा रहा है, उनका चयन हमारे नायक में किया जायेगा। इसके लिए राज्य स्तर पर गुगल फार्म की लिंक जारी किया गया है।

राज्य भर के कुशल ब्लॉग लेखक चयनित नायकों के उत्कृष्ट कार्यों को अपने शब्दों में पिरोने का कार्य कर रहे हैं। सभी क्षेत्रों के ब्लॉग लेखक होने की वजह से अब हमारे नायक कॉलम में छत्तीसगढ़ की विभिन्न भाषाओं और प्रमुख बोलियों में भी ब्लॉग प्रकाशित हो रहा है।