पूर्वी लद्दाख में त्वरित कार्रवाई भारतीय वायुसेना की तैयारी का प्रमाण – एयर चीफ मार्शल

भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक चौधरी ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में त्वरित कार्रवाई भारतीय वायुसेना की तैयारी का प्रमाण है।

उन्होंने कहा कि वायुसेना बाहरी ताकतों को भारतीय क्षेत्र का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देगी। एयर चीफ मार्शल ने आज वायुसेना की 89वीं वर्षगांठ के अवसर पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस में परेड का निरीक्षण करते हुए यह बात कही।

एयरचीफ मार्शल ने कहा कि भू-राजनीतिक ताकतों की वजह से सुरक्षा वातावरण प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि थल, जल और वायु क्षेत्र के पारंपरिक डोमेन में हुए बदलाव के कारण सैन्य अभियानों के संचालन में परिवर्तन आया है।

उन्‍होंने कहा कि युद्ध की बदलती प्रकृति के अनुरूप वायुसेना की क्षमता बढाई जायेगी। किसी भी कीमत पर देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करना वायुसेना का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की वजह से पिछला वर्ष चुनौतीपूर्ण रहा लेकिन वायुसेना ने उल्‍लेखनीय कार्य करते हुए बडी उपलब्धि हासिल की।

आकाश में करतब दिखाने की शुरुआत प्रसिद्ध आकाश गंगा टीम के ध्वजवाहक स्काई डाइवर्स के साथ हुई । फ्लाईपास्ट में एएन-32 विमान, हेरिटेज एयरक्राफ्ट, आधुनिक परिवहन विमान और फ्रंटलाइन लड़ाकू विमान शामिल हुए।

सुखोई एसयू-30 और रफाल भी आयोजन में शामिल किये गये। समारोह का समापन मंत्रमुग्ध कर देने वाले हवाई करतब प्रदर्शन के साथ हुआ।

प्रमुख सेना अध्‍यक्ष जनरल बिपिन रावत, नौ सेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे भी समारोह में शामिल हुए।पिछले आठ दशकों में भारतीय वायुसेना देश के लिए किसी भी खतरे को विफल करने के लिए तकनीकी रूप से विकसित और मजबूत हुई है। यह भारतीय हवाई क्षेत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान इसने देश के लोगों को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।