आज भारत पहुंचेगा प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति का अभेद्य किला Air India One, जानें क्या है इसकी खासियतें

नई दिल्ली:– भारत के VVIP बेड़े के लिए एयर इंडिया वन(Air India One) का हो रहा इंतजार अब खत्म हो गया है। एयर इंडिया वन आज दिल्ली इंटरनेशल हवाई अड्डे पर पहुंच रहा है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के लिए दो वीवीआईपी एयर इंडिया वन विमानों में से पहला विमान गुरुवार को भारत आ रहा है। भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए खरीदे गए 2 बोइंग-777 विमान तैयार हो गए हैं। भारत को मिलने वाले इन 2 नए विमानों का इस्तेमाल प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की उड़ान के लिए किया जाएगा, जिसे वायु सेना के पायलट उड़ाएंगे।
एयर इंडिया वन अग्रिम और सुरक्षित संचार प्रणाली से लैस है। जो हैक किए गए या टैप किए बिना मध्य-हवा में ऑडियो और वीडियो संचार फंक्शन का लाभ उठा सकता है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए नए डिजाइन किए गए वीआईपी विमान आज अमेरिका से आ रहे हैं।
इन दोनों विमानों को भारतीय वायुसेना के पायलट ऑपरेट करेंगे और दोनों नए विमानों का मेंटेनेंस एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (AIESL) द्वारा किया जाएगा। इन VVIP विमानों की आपूर्ति 1जुलाई में होनी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण नहीं हो पाई। हमारे देश में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति एयर इंडिया के B747 विमान से यात्रा करते हैं। प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआइपी लोगों द्वारा इस्तेमाल होने वाले इन विमानों को एयर इंडिया वन(Air India One) कहा जाता है।
एयर इंडिया वन विमान की खासियतें:-
मिसाइल एप्रोच वार्निंग सिस्टम: इस वार्निंग सिस्टम में लगे सेंसर की मदद से पायलट को मिसाइलों पर हमला करने में मदद मिलती है।
इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर जैमर: दुश्मन के जीपीएस और ड्रोन सिग्नल को ब्लॉक करने का काम करता है।
डायरेक्शनल इंफ्रारेड काउंटरमेजर सिस्टम: यह मिसाइल रोधी प्रणाली है, जो विमान को इंफ्रारेड मिसाइल से बचाती है।
चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम: रडार ट्रैकिंग मिसाइल से खतरा होने पर बादलुनमा चाफ छोड़े जाते हैं, जिससे आगे छिपकर विमान निकल जाता है।
मिरर बॉल सिस्टम: डैनों में लगी यह तकनीक विमान को इंफ्रारेड मिसाइल से बचाती है।
सुरक्षित सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम: विमान चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम से लैस है। इससे रोशनीनुमा फ्लेयर्स मिसाइल को भ्रमित करने के लिए छोड़े जाते हैं। इनका तापमान जेट इंजन के नोजल या एक्जॉस्ट से ज्यादा 2,000 डिग्री फॉरेनहाइट होता है। इसमें सबसे आधुनिक और सिक्योर सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम भी लगा है।
हवा में ईंधन भरने की सुविधा: इस विमान में हवा में ईंधन भरने की सुविधा है। एक बार ईंधन भरने पर यह विमान लगातार 17 घंटे तक उड़ान भर सकता है।