प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोम में यूरोपीय परिषद और यूरोपीय आयोग के अध्यक्षों से मुलाकात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इटली के रोम में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ बैठक की।
उन्होंने बेहतर विश्व के लिए आर्थिक सम्बन्ध और लोगों के बीच संपर्क बढाने के उपायों पर चर्चा की।
मोदी और यूरोपीय यूनियन के अध्यक्षों ने इस वर्ष मई और पिछले वर्ष जुलाई में भारत और यूरोपीय संघ के नेताओं की उपयोगी बैठक का उल्लेख किया।
उन्होंने भारत- यूरोप सहयोग के अंतर्गत राजनीतिक तथा सुरक्षा सम्बंधों और व्यापार, निवेश, आर्थिक सहयोग के बारे में सहयोग की समीक्षा की।
उन्होंने पिछले शिखर सम्मेलन में 2025 के दिशा-निर्देशों के बारे में बनी सहमति पर भी बातचीत की। जलवायु परिवर्तन, कोविड महामारी और वैश्विक तथा क्षेत्रीय विकास के परस्पर हितों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
यूरोपीय संघ के नेताओं ने कोविडरोधी टीकाकरण कार्यक्रम में भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर उसे बधाई दी।
मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने भारत, यूरोपीय संघ की बढते सहयोग विशेषकर व्यापार, वाणिज्य, संस्कृति और पर्यावरण के मुद्दों पर बातचीत की।
इसके बाद मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। भारतीय समुदाय के लोगों ने वहां मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की। इन लोगों ने मोदी के नेतृत्व और कार्यों की प्रशंसा की।
मोदी आज इटली के प्रधानमंत्री मेरियो द्राघी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। वे शनिवार और रविवार को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
इस सम्मेलन में जी-20 के सदस्य देश यूरोपीय संघ और अन्य आमंत्रित देश तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठन हिस्सा लेंगे। इसमें लोगों, ग्रह और समृद्धि पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी।
जी-20 शिखर सम्मेलन लोग, ग्रह और समृद्धि विषय पर केंद्रित होगा। इसमें महामारी, वैश्विक स्वास्थ्य गवर्नेंस, आर्थिक बहाली, जलवायु परिवर्तन तथा ऊर्जा संबंधी बदलाव, सतत विकास और खाद्य सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
जी-20 में भारत, कोविड से निपटने के लिए प्रोद्यौगिकी हस्तांतरण, आपूर्ति श्रृंखला और निर्माताओं के माध्यम से टीके, चिकित्सा विधान और निदान की एक समान और किफायती उपलब्धता का हिमायती रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी रोम के बाद ग्लास्गो जाएंगे। वे वहां, कॉप-26 के विश्व नेताओं के सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन का उच्च स्तरीय सत्र सोमवार और मंगलवार को होगा।
इसमें 120 से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्ष भाग लेंगे। ये देश पेरिस समझौता कार्यान्वयन दिशा निर्देशों को पूरा करने, जलवायु, वित्त को गतिशील बनाने और जलवायु के संबंध में कार्रवाई पर चर्चा करेंगे।
एक और महत्वपूर्ण आयोजन एक सूर्य, एक देश, एक ग्रिड की परिकल्पना के तहत ग्लोबल ग्रीन ग्रिड पहल की शुरूआत किया जाना है।
प्रधानमंत्री मोदी कोप-26 सम्मेलन में भाग लेने के अलावा कई देशों के नेताओं से द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इनमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ मुलाकात भी शामिल है।