प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी से वार्ता की

भारत और इटली व्‍यापार और निवेश संबंधों में विस्‍तार के लिए सहमत

नई दिल्ली :- भारत और इटली ने द्विपक्षीय भागीदारी कार्ययोजना 2020-25 की समीक्षा की है। दोनों देश व्यापार और निवेश संबंधों के विस्‍तार पर सहमत हो गये हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल रात रोम में इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के साथ प्रतिनिधि मंडल स्तर की वार्ता की।

नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों ने कार्यनीतिक भागीदारी की घोषणा करते हुए संय़ुक्त वक्तव्य जारी किया और ग्रीन कॉरिडोर परियोजनाएं, स्मार्ट ग्रिड, ऊर्जा भंडारण, गैस परिवहन, हरित हाइड्रोजन विकास और जैव ईंधन को बढ़ावा देने में साझेदारी पर सहमति व्यक्त की।

दोनों नेताओं ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए स्वच्छ ऊर्जा उपयोग बढ़ाने में सहय़ोग का संकल्प लिया। दोनों देशों के बीच विशेष रूप से स्वच्छ ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश पर चर्चा हुई।

बैठक के बाद श्री मोदी ने ट्वीट में बताया कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संपर्क, तथा सांस्कृतिक और पर्यावरण संरक्षण सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संवाददाताओं को बताया कि यूरोपीय आयोग और यूरोपीय परिषद प्रमुखों के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु परिवर्तन और अफगानिस्तान पर भारत का दृष्टिकोण स्पष्ट किया।

विदेश सचिव ने बताया कि इस बैठक और इटली के प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक में विचार-विमर्श के मुख्य मुद्दे जी-20 शिखर सम्मेलन से संबंधित थे। श्रृंगला ने कहा कि भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में कोविड वैक्सीन प्रमाणपत्र की परस्पर मान्यता का प्रस्ताव किया है।

विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यूरोपीय नेताओं से कहा है कि अफगानिस्तान की स्थिति को अलग-थलग करके नहीं देखा जा सकता।

प्रधानमंत्री मोदी आज और कल जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। कोविड महामारी को देखते हुए यह सम्मेलन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।