प्रधानमंत्री ने गुजरात में नर्मदा जिले के केवडिया में सरदार पटेल ज्यूलॉजीकल पार्क और आरोग्य वन का उद्घाटन किया और विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी
गुजरात :- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के नर्मदा जिले में केवडि़या के निकट स्टैचू ऑफ यूनिटी के पास जंगल सफारी परियोजना और हल्के पदार्थों से बने जियोडेसिक गुम्बद का आज उद्घाटन किया।
उन्होंने वहां पर एकीकृत विकास के अन्तर्गत 17 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और चार नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं में निगरानी चैनल, नव गोरा सेतू और गारूदेश्वर तटबंध, सरकारी मकान, बस टर्मिनल, एकता नर्सरी, खलवानी इको पर्यटन और आदिवासी आवास गृह शामिल हैं। उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक एकता क्रूज सेवा की भी शुरूआत की।
अत्याधुनिक ज्यूलॉजीकल पार्क परियोजना 375 एकड़ भूमि पर फैली है और इसे सात विभिन्न चरणों में बनाया गया है। इसे रिकार्ड समय में पूरा किया गया है। इसमें दुनियाभर से एक हजार एक सौ से अधिक पक्षी और एक सौ से अधिक विभिन्न प्रजातियों के जीव रखे गये हैं।
पार्क में बच्चों के लिए बहुत सारे आकर्षण हैं जिनमें कबूतर, फारसी बिल्ली, खरगोश, गिनी पिग, घोड़े, छोटी भेंड़ और बकरी, टर्की तथा सारस शामिल हैं।
इससे पहले श्री मोदी ने आरोग्य वन और आरोग्य कुटीर का उद्घाटन किया। केवडि़या में 17 एकड़ भूमि पर निर्मित आरोग्य वन योग, आयुर्वेद और ध्यान पर केन्द्रित है। आरोग्य वन में तीन सौ अस्सी प्रजातियों के औषधीय पौधे और वृक्ष हैं। इसके अलावा आरोग्य वन में केरल की प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति केन्द्र, जलपान गृह और कुछ दुकानें भी हैं।
प्रधानमंत्री ने केवडिया के पर्यटन स्थल के रूप में उभरने पर खुशी जाहिर की। विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद श्री मोदी ने कहा कि आरोग्य वन में योग और आयुर्वेद समेत प्रकृति से संबंधित परम्परागत पद्धतियों का प्रदर्शन किया गया है।
एकता मॉल का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल को यह सबसे उचित श्रद्धांजलि है कि एक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के स्थल केवडि़या को एक भारत-श्रेष्ठ भारत के अनुरूप बनाया गया है। बाल पोषण पार्क के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पार्क पोषण और स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जानकारी देगा।
प्रधानमंत्री आज लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ ही स्टैचू ऑफ यूनिटी पर आयोजित एकता परेड में हिस्सा लेंगे।