प्रधानमंत्री कल गांधीनगर में डिजिटल इंडिया वीक का शुभारम्भ करेंगे

नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कल गुजरात के गांधीनगर में डिजिटल इंडिया सप्‍ताह 2022 का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान वे कई डिजिटल कदमों की शुरूआत करेंगे, जिनका उद्देश्‍य प्रौद्योगिकी तक पहुंच को बढ़ाना, जीवनयापन को सुगम बनाने के लिए सेवा परिदान प्रणाली को सुचारू बनाना और स्‍टार्टअप को बढ़ावा देना है। डिजिटल इंडिया सप्‍ताह का विषय है – नव भारत प्रौद्योगिकी प्रेरणा।

मोदी डिजिटल इंडिया भाषिणी का शुभारंभ करेंगे जिससे आवाज आधारित पहुंच सहित भारतीय भाषाओं में इंटरनेट और डिजिटल सेवाओं तक पहुंच आसान होगी और भारतीय भाषाओं में विषय-वस्‍तु तैयार करने में सहायता मिलेगी।

प्रधानमंत्री देश के टियर-2 और टियर-3 शहरों में स्‍टार्टअप की खोज, सहायता, उन्‍हें आगे बढ़ाने और सफल बनाने के लिए एक राष्‍ट्रीय गहन प्रौद्योगिकी स्‍टार्टअप मंच डिजिटल इंडिया जेनेसिस का शुभारंभ भी करेंगे। इस योजना के लिए कुल साढ़े सात सौ करोड़ रूपये की राशि निर्धारित की गई है।

प्रधानमंत्री इंडिया स्‍टैक के तहत लागू की जा रही आधार, यूपीआई, डिजीलॉकर, कोविन टीकाकरण प्‍लेटफॉर्म, गर्वमेंट ई-मार्केट प्‍लेस, दीक्षा प्‍लेटफॉर्म और आयुष्‍मान भारत, डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य मिशन जैसी प्रमुख परियोजनाओं के लिए ‘Indiastack.global’ का शुभारंभ भी करेंगे।

वैश्विक सार्वजनिक डिजिटल जिन्‍स संग्रह में भारत के इस योगदान से भारत, जनसंख्‍या के स्‍तर पर डिजिटल परिवर्तन परियोजनाएं तैयार करने में नेता के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा। इससे उन देशों को बहुत सहायता मिलेगी जिन्‍हें इस प्रकार के प्रौद्योगिकी सॉल्‍यूशंस की आवश्‍यकता है।

प्रधानमंत्री सरकारी योजनाओं तक पहुंच को सुगम बनाने वाले सेवा खोज प्‍लेटफॉर्म माईस्‍कीम नागरिकों को समर्पित करेंगे। इसका उद्देश्‍य वन स्‍टॉप पोर्टल प्रदान करना है जहां प्रयोक्‍ता उन योजनाओं को खोज सकते हैं जिनके लिए वे पात्र हैं।

मोदी वन सिटीजन लॉगिन के लिए राष्‍ट्रीय सिंगल साइन ऑन मेरी पहचान भी नागरिकों को समर्पित करेंगे। राष्‍ट्रीय सिंगल साइन ऑन एक प्रयोक्‍ता प्रमाणीकरण सेवा है जिसमें एक प्रकार की जानकारी द्वारा कई प्रकार की ऑनलाइन एप्‍लीकेशंस या सेवाओं तक पहुंच प्राप्‍त होती हैं।

मोदी ऐसी तीस संस्‍थाओं के समूह की घोषणा भी करेंगे जिसे चिप्‍स-टू-स्‍टार्टअप कार्यक्रम के तहत सहायता प्रदान की जाएगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्‍य स्‍नातक, स्‍नातकोत्‍तर और शोध स्‍तर पर सेमीकंडेक्‍टर चिप्‍स डिजाइन के क्षेत्र में विशेष श्रम शक्ति को प्रशिक्षित करना है।