प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्‍लासगो में कॉप-26 पर विश्‍व नेताओं के सम्‍मेलन में हिस्‍सा ले रहे हैं, भारतीय समुदाय के साथ मुलाकात की

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्‍त राष्‍ट्र फ्रेमवर्क कन्‍वेंसन से सम्‍बंधित पक्षों का 26वां शिखर सम्‍मेलन कॉप-26 ग्‍लासगो में शुरू हो गया।

कॉप-26 शिखर सम्‍मेलन में विश्‍व नेताओं का स्‍वागत करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि धरती इस समय वैसी ही स्थिति में पहुंच गई है जिसका सामना काल्‍पनिक पात्र जेम्स बॉंड् ने किया था।

जॉनसन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के रूप में विश्‍व विनाश के कगार पर पहुंच गया है जो  इस ग्रह को नष्‍ट कर देगा।

विश्‍व नेताओं का शिखर सम्‍मेलन कॉप-26 कल तक चलेगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी सहित एक सौ बीस से अधिक देशों के राष्‍ट्र प्रमुख भाग ले रहे हैं। यह सम्‍मेलन जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मौजूदा स्थिति का आकलन और भविष्‍य की राह तलाशने का अवसर है।

उद्घाटन समारोह के दौरान संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरेस ने कहा कि विश्‍व के देशों को धरती के तापमान में एक दशमलव पांच डिग्री सेल्‍सियस के लक्ष्‍य को बनाए रखना चाहिए।

उन्‍होंने कहा कि इसके लिए कार्बन उत्‍सर्जन में कमी के लिए महत्‍वकांक्षी कार्य करने होंगे और 2030 तक कार्बन उत्‍सर्जन को 45 प्रतिशत कम करने के लिए तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे।

मोदी ने ट्विटर पर कहा कि वे जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए अन्‍य विश्‍व नेताओं के साथ काम करने और इस सम्‍बंध में भारत के प्रयासों की जानकारी देने के लिए उत्‍सुक हैं। आज इस सम्‍मेलन के दौरान सत्र का विषय है- कार्रवाई और एकजुटता-महत्‍वपूर्ण दशक।

मोदी विश्‍व नेताओं के राष्‍ट्रीय बयान के दौरान टिप्‍पणी करेंगे। इसके अलावा वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज ग्‍लासगो में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की। मोदी से बात करते समय लोग अत्‍यधिक उत्‍साहित थे। उन्‍होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्‍व की सराहना की।

इससे पहले बड़ी संख्‍या में भारतीय समुदाय के लोग होटल में जमा हुए और ग्‍लासगो आगमन पर प्रधानमंत्री का स्‍वागत किया।