संसदीय सचिव, कलेक्टर, एसपी एवं आला अधिकारी पहुंचे जिले के सुदूर वनांचल ग्राम कोलेंग

ग्राम संपर्क अभियान एवं सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम में उमड़ा जन सैलाब


जगदलपुर :- जिले के दरभा विकासखंड के सुदूर वनांचल एवं घोर नक्सल प्रभावित ग्राम कोलेंग में कल आयोजित ग्राम संपर्क अभियान में शामिल होने के लिए संसदीय सचिव रेखचंद जैन, कलेक्टर रजत बंसल एवं पुलिस अधीक्षक दीपक झा सहित जिले के आला अधिकारी ग्राम कोलेंग पहुंचे थे। राज्य शासन के मंशानुरूप आयोजित इस ग्राम संपर्क अभियान एवं सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम में ग्राम कोलेंग तथा आस-पास के गांवों के लोगों का अपार जन सैलाब उमड़ा पड़ा।

संसदीय सचिव रेखचंद जैन के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारी घनघोर जंगलों एवं दुर्गम रास्तों से होकर ग्राम कोलेंग पहुंचे थे। संसदीय सचिव एवं कलेक्टर एवं एसपी को अपने बीच अपने बीच पाकर ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आ रहे थे तथा उनमें अपने ग्राम एवं अंचल के विकास के लिए नए आशा की किरण नजर आ रहा था।

ग्रामीणों ने अपने मांगों एवं समस्याओं के निराकरण हेतु संसदीय सचिव जैन एवं कलेक्टर रजत बंसल को आवेदन भी प्रस्तुत किया। संसदीय सचिव एवं कलेक्टर ने लोगों के मांगों एवं समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुना तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब कर शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। इस दौरान सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चों के लिए विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इसके साथ ही कुपोषण मुक्ति के लिए जिला प्रशासन द्वारा ’’दू पईडील सुपोषण बर’’ अभियान कार्यक्रम के तहत् ग्रामीणों एवं युवोदय के वालंटीयरों के द्वारा रैली भी निकाली गई।

इस रैली में संसदीय सचिव, कलेक्टर एवं एसपी सहित अन्य सभी अधिकारी कर्मचारियों ने भी सहभागिता निभाई। इस दौरान वनमंडलाधिकारी स्टायलो मंडावी, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के संचालक दिव्या कुर्रे, एसडीएम प्रवीण वर्मा सहित अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित थे। अपने ग्राम में वरिष्ठ जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन के आला अधिकारियों की उपस्थिति से अभिभूत ग्रामीणों ने अपने पारंपरिक नृत्य के साथ अतिथियों का आत्मीय स्वागत भी किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के मंशानुरूप ग्राम कोलेंग एवं आस-पास के क्षेत्र के सभी छोटी-बड़ी समस्याओं का निराकरण कर इस अंचल का समुचित विकास किया जाएगा। जैन ने कुपोषण को एक गंभीर समस्या बताते हुए इसके मुक्ति हेतु समाज के सभी वर्गो के लोगों को सहभागिता निभाने की अपील की। उन्होंने स्कूली बच्चों को अच्छा एवं पौष्टिक भोजन करने तथा मन लगाकर खूब पढ़ाई करने को कहा। जैन ने कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीण से गाँवों में पेयजल की समस्या, अस्पतालों में दवाइयों की समुचित उपलब्धता, पहुंच मार्ग आदि समस्याओं के संबंध में जानकारी ली तथा इसका शीघ्र निराकरण करने का आश्वासन भी दिया।

कलेक्टर रजत बंसल ने ग्रामीणों को कुपोषण के दुष्प्रभावों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी तथा इसे दूर करने में सभी से सहयोग से अपील की। श्री बंसल ने राज्य शासन के निर्देशानुसार अभी हाल में चलाए जा रहे ’’दू पईडील सुपोषण बर’’ कार्यक्रम के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोलेंग में एवं आस-पास के गाँवों में मोबाईल टावर, देवगुड़ी निर्माण सहित सभी छोटी-बड़ी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने कहा कि कलेक्टर रजत बंसल और मैंने ग्रामीणों की जीवन शैली को समझने तथा गाँवों व क्षेत्र के वास्तविक हालात का जानने कोलेंग में रात बिताया है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन समाज में शांति व्यवस्था स्थापित करने तथा लोगों को सुरक्षा मुहैया उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। इस दौरान वनमंडलाधिकारी स्टायलो मंडावी एवं कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निर्देशक ने भी अपना विचार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के लिए कब्ड्डी, क्रिकेट, व्हालीबाल, दौड़ आदि प्रतियोगिता के अलावा ग्रामीणों के लिए रस्सी खींच आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को संसदीय सचिव रेखचंद जैन की ओर से तथा प्रशासन की ओर से पुरस्कार भी प्रदान किया गया। इस दौरा अतिथियों ने ग्रामीणों को कंबल, खेल प्रेमियों को खेल सामग्री भी वितरण किया।

जब संसदीय सचिव और प्रशासन के अधिकारियों ने बजाया स्थानीय वाद्य

कोलेंग कार्यक्रम के अंत में स्थानीय लोक कलाकारों के द्वारा समूह नृत्य और वाद्य यंत्रों का उपयोग कर संगीतमय माहौल में संसदीय सचिव, कलेक्टर, एसपी एवं अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों के पारंपरिक वाद्य यंत्रों को बजाकर उनके साथ किया नृत्य तो नर्तक दलों के ग्रामीणों में अलग ही जोश भर गया, जिससे ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आए।

धुर नक्सल प्रभावित ग्राम कोलेंग में कलेक्टर एवं एसपी ने बिताई रात

सुबह-सुबह मोटर सायकल से पहुंचे आस-पास के गाँवों में

कांगेर घाटी की गोद में बसे गांव कोलेंगवासियों के लिए उस समय आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा, जब उन्होंने अपने बीच अचानक जिले के मुखिया कलेक्टर रजत बंसल को पाया। उनके साथ पुलिस अधीक्षक दीपक झा भी थे।

दरअसल इस जिले के अंदरूनी इलाकों में पहुँचकर ग्रामीणों का दुख-दर्द जानकर उनको दूर करने की प्रयास करने हेतु कलेक्टर बंसल कांगेर घाटी की गोद में बसे इस गांव में पहुंचे। रविवार देर शाम यहाँ पहुँचने के बाद उन्होंने यहाँ के ग्रामीण सुदर बघेल के घर भोजन किया और कोलेंग में ही ग्राम पंचायत भवन में रात भी बिताई। सुबह-सुबह कलेक्टर और एसपी दुर्गम रास्तों एवं घनघोर जंगलों से होते हुए मोटरसाइकिल से मुण्डागढ़, कांदानार जैसे अतिसंवेदनशील गाँवों में पहुँचकर ग्रामीणों से रूबरू हुए तथा क्षेत्र में संचालित विकास कार्यों का जायजा लिया।

उल्लेखनीय है कि दरभा तहसील के अंतर्गत आने वाले ये कांगेर घाटी के बीचो-बीच बसा हैं और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर ये गांव नक्सल समस्याओं से पीड़ित हैं। इस क्षेत्र में विकास कार्यों को बाधा पहुंचाने के साथ-साथ इस क्षेत्र के मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करने वाले जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की नृशंस हत्याएँ नक्सलियों द्वारा की गई हैं। इस दौरान कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने ग्राम कोलेंग में छोटे बच्चों के साथ सुपोषण दौड़ में भी शामिल हुए।

यह भी उल्लेखनीय है कि सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों की समस्याओं को जानने और उनके समाधान के लिए कलेक्टर बंसल पूर्व में भी मादरकोंटा और तिरिया में रात्रि विश्राम कर चुके हैं। जिले के सुदूर वनांचल एवं दुरस्थ क्षेत्रों में रात्रि विश्राम कर कलेक्टर बंसल ने यह अहसास करा दिया है कि उनकी पैनी नजर जिले के अंतिम से अंतिम कोने तक रहेगी। साथ ही वे धरातल पर पहुँचकर विकास कार्यों का स्वयं अवलोकन करेंगे।