महासमुंद प्रभारी सचिव नीति आयोग ने विकास कामों की समीक्षा की : स्वास्थ्य और शिक्षा पर ज्यादा फोकस करें: श्रीमती छिब्बर

महासमुंद 06 नवम्बर 2020/ महासमुंद प्रभारी सचिव नीति आयोग आकांक्षी जिला कार्यक्रम श्रीमती निधि छिब्बर ने आज यहां कलेक्टर के सभाकक्ष में आकांक्षी जिलो में शामिल महासमुंद जिले के लिए निर्धारित पैरामीटर के तहत बनाई गई विभिन्न विभागों की कार्य योजना के तहत् की गई कार्यों की समीक्षा की।

श्रीमती निधि छिब्बर ने पैरामीटर के तहत किए गए कार्यों को और बेहतर तरीके से करने के बारें में बातचीत की।

उन्होंने अधिकारियों की बेैठक में बनाई गई कार्य योजना में किए गए कार्यों के प्रगति के बारें में विस्तृत जानकारी ली।

श्रीमती छिब्बर ने कृषि और जल संसाधन विभाग को संयुक्त रूप से कार्य योजना बनाकर काम करने पर जोर दिया। उन्होंने स्वास्थ्य एवं पोषण के साथ ही संस्थागत प्रसव को बढ़ाने पर बल दिया।

श्रीमती छिब्बर ने शिक्षा और कुपोषण पर और काम करने पर ज्याद जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा पर ज्यादा फोकस करें।

श्रीमती छिब्बर ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल संसाधन और कौशल विकास विभागों के उल्लेखित इंडीकेटरों पर विस्तार से चर्चा की। शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्य योजना बनाकर किए जा रहें कार्यों के बारें में कहा कि बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता का सयम-समय पर मूल्यांकन करते रहें। क्योंकि जिले के दूरस्थ अंचलों में शिक्षा की गुणवत्ता विभिन्न मानकों पर पिछड़ी हुई है।

देश के आकांक्षी जिलो में इसकी प्रगति में बढ़ोतरी संतोषजनक नहीं है। बच्चों को रोचक आडियों विजुअल और एनीमेशन के जरिए भी पढ़ाई लिखाई कराएं और बच्चों का समय-समय पर शिक्षा गुणवत्ता का मूल्यांकन करते रहें।

कलेक्टर  कार्तिकेया गोयल ने पैरामीटर पर बनाई गई कार्य योजना के बारें में जिले में स्वास्थ्य और शिक्षा तथा अधोसंरचना विकास के मापदण्ड में अपेक्षा से ज्यादा परिणाम आने की आशा व्यक्त की। आने वाले दिनों में इसमें तेजी आएगी।

कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान दौर में कोविड-19 के कारण चार-पाच माह से कार्यों की गति अपेक्षा से कम है। आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की पूरी संभावना हैं।

कलेक्टर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में गर्भवती महिलाओं का पंजीयन, पूर्ण टीकाकरण, एनेमिक महिलाओं का ईलाज, पूरक पोषक कार्यक्रम प्रमुख रहीं हैं। साथ ही जिले में कोविड-19 के चलते यह कार्य नहीं रूका।

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रवि मित्तल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एन.के. मंडपे सहित लोक निर्माण, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, समाज कल्याण सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

नीति आयोग नई दिल्ली द्वारा वीडियों कांन्फ्रेन्सिंग के जरिए भी बैठक ली गई। उन्होंने महासमुंद जिले के प्रगति के बारें में जानकारी दी।

कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि आकांक्षी जिलो में शामिल महासमुंद में ज्यादा से ज्यादा ट्रांजेक्शन डिजिटली हो रहा है। यहां के लोग डिजिटली भुगतान में सक्षम हो रहें हैं।

स्कूल शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की पढ़ाई लगातार चल रही है। बच्चों की उज्ज्वल भविष्य के लिए कोविड-19 संक्रमण की कठिन परिस्थितियों में भी दूरस्थ अंचल तक शिक्षा की रोशनी पहुॅच रहीं है। नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षको ने स्थानीय जन समुदाय, जनप्रतिनिधियों एवं स्वयं के प्रयासों से विभिन्न पारा, मोहल्लों कक्षाओं में डिजीटल शिक्षा की शुरूआत की।

इससे इन ईलाके में विद्यार्थियों एवं पालकों में बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरूकता आई हैं। यहां सामुदायिक भवन और घर के बरामदें में कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों को शिक्षा प्रदान की जा रही है।

कोरोना की विषम परिस्थितियों में भी बच्चों तक सुलभ और सुचारू शिक्षा के लिए आनलाईन शिक्षा के रूप में पढ़ई तुहर दुवार जैसी महत्वकांक्षी योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिले में वर्चुअल क्लास भी चल रही हैं।