उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए 51 सौ करोड़ रुपए की ऋण राशि दी गई

नई दिल्ली :- वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारामन ने देश में बुनियादी ढांचे के विकास पर बल दिया है। उन्‍होंने उत्‍तर प्रदेश में गंगा एक्‍सप्रेस-वे के निर्माण के लिए पंजाब नेशनल बैंक द्वारा स्‍वीकृत पांच हजार एक सौ करोड़ के ऋण अंतरण पर आयोजित कार्यक्रम में भागीदारी की।

इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व वाली सरकार में देश में बुनियादी ढा़ंचे के विकास के लिए हमेशा ही प्रावधान किया है। उन्‍होंने कहा कि इसका लाभ उठाने के लिए हर राज्‍य को प्रावधानों का उपयोग करना होगा।

देश की उन्‍नति के लिए अगर हम मीनिंगफुली कुछ कार्यक्रम करना है तो इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर कन्‍स्‍ट्रक्‍शन के लिए प्राथमिकता देना आवश्‍यक है और उसके लिए हर बजट में कुछ ना कुछ, अधिक से अधिक प्रावधान करते आए हैं।

2017 और 2018 में इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर के लिए स्‍पेसिफिक प्रोजेक्‍ट्स को उठा-उठा करके दो-तीन सपोर्ट केंद्र सरकार राज्‍यों को देने के लिए बहुत ही एक प्‍लान्‍ड व्‍यवस्‍था के तहत करते आए हैं।

वित्‍त मंत्री ने कहा कि गंगा एक्‍सप्रेस-वे से आवाजाही की सुविधा तो बेहतर होगी ही, एक जिला एक उत्‍पाद जैसी योजनाओं और रक्षा गलियारे में भी मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में स्थिति बेहतर होने के कारण अब बैंक भी विकास के लिए जोखिम लेने को तैयार है।

उन्‍होंने कहा कि कोविड संक्रमण से उबरने के लिए केन्‍द्रीय बजट में बुनियादी ढांचा विकास का प्रावधान किया गया है और कोरोना से मुक्ति के लिए बुनियादी ढांचा क्षेत्र में खर्च करने की आवश्‍यकता है।