कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 90.62 प्रतिशत हुई
नई दिल्ली :- भारत में कोविड-19 महामारी से ठीक हुए रोगियों की संख्या 72 लाख को पार कर गई है और स्वस्थ होने की दर 90 दशमलव छह-दो प्रतिशत हो गई है।
आज नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि संक्रमित होने की संचयी दर में भी गिरावट आ रही है।
उन्होंने कहा कि देश में प्रति दस लाख आबादी पर रोगियों की संख्या सबसे कम है। श्री भूषण ने कहा कि भारत में प्रति दस लाख आबादी पर मरने वालों की संख्या 86 है और यह भी दुनिया में सबसे कम है।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर में लगातार सुधार हो रहा है और आज यह 90 दशमलव छह-दो प्रतिशत हो गई है।
स्वास्थ्य सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि 17 दिन के भीतर स्वस्थ होने वालों की संख्या 60 लाख से बढ़कर 70 लाख हो गई और देशभर में अब तक इस महामारी से कुल 72 लाख लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में कोविड रोगियों की मृत्यु दर में लगातार गिरावट आ रही है और आज यह एक दशमलव पांच-शून्य प्रतिशत है।
श्री भूषण ने कहा कि पिछले पांच सप्ताहों से कोविड-19 से मौत का शिकार होने वाले नए रोगियों की औसत दैनिक संख्या में लगातार भारी गिरावट का सिलसिला जारी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इलाज करा रहे रोगियों की कुल संख्या भी काफी घटकर सवा छह लाख हो गई है।
उन्होंने कहा कि इस समय देशभर में कुल छह लाख 25 हजार आठ सौ 57 कोविड रोगियों का इलाज चल रहा है जो संक्रमित रोगियों की कुल संख्या का सात दशमलव आठ-आठ प्रतिशत है।
श्री भूषण ने कहा कि रोगियों में से 78 प्रतिशत दस राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं। उन्होंने बताया कि इलाज करा रहे रोगियों में से ज्यादातर महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक से हैं।
श्री भूषण ने कहा कि कोविड से हुई मौतों से 86 प्रतिशत दस राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में हुई हैं।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक लोग महामारी का शिकार हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में मौत के 58 प्रतिशत नए मामले पांच राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में 84 मौत हुई हैं जो एक दिन में मृतकों की सबसे बड़ी संख्या है। श्री भूषण ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोविड-19 की पुष्टि वाले 49 दशमलव चार प्रतिशत मामले पांच राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से सामने आए हैं।
उन्होंने बताया कि केरल और पश्चिम बंगाल से सबसे अधिक चार-चार हजार नए मामले सामने आए। इसके बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक का स्थान रहा जहां तीन-तीन हजार नए मामले दर्ज किए गए।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अब तक देश में कुल दस हजार से अधिक कोविड परीक्षण किए जा चुके हैं।
नीति आयोग में स्वास्थ्य सम्बंधी मामलों के सदस्य डॉक्टर वी. के. पॉल ने कहा है कि प्रति व्यक्ति आय की ऊंची दर और अच्छी स्वास्थ्य प्रणालियों वाले देश भी महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आ सकते हैं और इससे हमें सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे यहां रुझान सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं।
डॉक्टर पॉल ने देशवासियों से मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने और एक-दूसरे के सम्पर्क में आते समय पर्याप्त दूरी बनाए रखने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि लोगों को एक स्थान पर बड़ी संख्या में जमा नहीं होना चाहिए।