भारत की संस्‍कृति और संविधान ने अनेकता में एकता के सूत्र को कमजोर नहीं होने दिया–मुख्तार अब्बास नकवी

अल्‍पसंख्‍यक मामलों के मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने कहा है कि भारत की संस्‍कृति, परंपराओं और संविधान ने किसी भी परिस्थिति में अनेकता में एकता के सूत्र को कमजोर नहीं होने दिया है।

कल नई दिल्‍ली में पंडित दीन दयाल स्‍मृति सम्‍मान कार्यक्रम में नकवी ने कहा कि समेकित विकास के मार्ग में कई तरह की बाधाएं आईं लेकिन अनेकता में एकता की हमारी ताकत ने यह सुनिश्चित किया कि देश खुशहाली के रास्‍ते पर आगे बढ़ता रहे।

उन्‍होंने कहा कि भाषा, धर्म, क्षेत्र और जीवन-शैली संबंधी अनेकता के बावजूद भारत अपनी संस्‍कृति, परंपराओं और मजबूत संवैधानिक मूल्‍यों के बल पर एकता के सूत्र में बंधा रहा है।

नकवी ने क‍हा कि पिछले सात वर्षों के दौरान सरकार ने संवैधानिक मूल्‍यों में पूरी निष्‍ठा के साथ सभी नागरिकों को सक्षम बनाने के लिए काम किया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार ने विकास के साथ-साथ अल्‍पसंख्‍यक सहित समाज के सभी वर्गों के सम्‍मान को सुनिश्चित किया है।