प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति में सुधार, निवेश को बढ़ावा और कारोबार में सरलता के फलस्वरूप देश में एफडीआई का प्रवाह बढ़ा
नई दिल्ली :- सरकार द्वारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की नीति में सुधारों, निवेश को बढावा और कारोबार में सरलता के पहलुओं पर उठाये गये कदमों के फलस्वरूप देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश–एफडीआई का प्रवाह बढ गया है।
इस वर्ष अप्रैल से जून की अवधि में देश में 22 दशमलव पांच तीन अरब डॉलर का कुल एफडीआई आकर्षित हुआ जो पिछले वित्तवर्ष की इसी अवधि में आये 11 दशमलव आठ चार अरब डॉलर के मुकाबले 90 प्रतिशत का उछाल है।
एफडीआई इक्विटी का प्रवाह वित्तवर्ष 2021-22 के पहले तीन महीनों में पिछले वर्ष की इसी अवधि के छह दशमलव पांच-छह अरब डॉलर के मुकाबले 168 प्रतिशत के उछाल से 17 दशमलव पांच-सात अरब डॉलर दर्ज हुआ।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल से जून की अवधि में आये कुल एफडीआई इक्विटी के प्रवाह का सबसे अधिक 27 प्रतिशत योगदान ऑटो उद्योग में रहा। 17 प्रतिशत हिस्सा कम्प्यूटर साफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में आया और सेवाओं के क्षेत्र को 11 प्रतिशत एफडीआई प्राप्त हुआ।
आटो उद्योग में आये एफडीआई का सबसे अधिक 88 प्रतिशत हिस्सा कर्नाटक में आया।
सम्पूर्ण एफडीआई इक्विटी प्रवाह पर नजर डालें तो वित्तवर्ष 2021-22 में जून 2021 तक सबसे अधिक 48 प्रतिशत प्रवाह के साथ कर्नाटक सर्वाधिक एफडीआई आकर्षित करने वाला राज्य रहा। 23 प्रतिशत एफडीआई महाराष्ट्र में और 11 प्रतिशत दिल्ली में आया।