कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान: फील्ड में उतरे कोविड कंट्रोल ऑफिसर्स और डिप्टी कलेक्टर गांव-गांव जाकर खुद कराई सैम्पलिंग

सघन सामुदायिक सर्वे अभियान की ज़मीनी हक़ीक़त से रु-ब-रु हुए ।

महासमुंद 11 अक्टूबर 2020/- इन दिनों वैश्विक महामारी कोविड-19 की चेन तोड़ने के लिए जिले में कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान चल रहा है। तेजी से बढ़ी संक्रमण दर के प्रकरणों को देखते हुए कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने भी कोविड-19 की जांच एवं उपचार के लिए जागरूकता प्रचार-प्रसार पर बल दिया है।
डिप्टी कलेक्टर और चिकित्सको कटीम ने महासमुंद एवं पिथौरा के ग्रामीण अंचलों में औचक निरीक्षण किया। सघन सामुदायिक सर्वे अभियान की ज़मीनी हक़ीक़त से रु-ब-रु हुए ।
इसी कड़ी में रविवार 11 अक्टूबर 2020 को डिप्टीकलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल के निर्देशानुसार में जिला मुख्यालय के कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल ने नमूना एकत्रीकरण, नमूना ट्रांसपोर्टिंग क्रियान्वयन सहित जन-जागरूकता को लेकर विकासखण्ड इस दौरान दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरूद्ध कसार ने खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. तारा अग्रवाल (पिथौरा) की उपस्थिति में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों सहित संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों को न केवल कोविड-19 नमूना संकलन की बारीकियां सिखाईं साथ ही साथ 15 ग्रामीण परिवारों के घरों में जाकर अपने समक्ष अभ्यास भी कराया।
वहीं, डिस्ट्रिक्ट सिर्विलेन्स ऑफिसर डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने भगतदेवरी, सांकरा और धबाखार पंचायत क्षेत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की। पंच-परमेश्वरों के सहयोग से सोशल डिस्टनसिंग में ग्रामीणों से मिले और कोविड-19 बीमारी संक्रमण के कारण और लक्षण बताते हुए, जिन लोगों को भी सर्दी, खांसी, बुखार जैसी परेशानी हो, तत्काल कोविड-19 की जांच कराने की अपील की। डाॅ. चंद्राकर ने यह भी स्पष्ट किया कि कोविड-19 की त्वरित जांच सभी नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में निशुल्क कराई जा रही है। डिप्टीकलेक्टर सुश्री पूजा बंसल, ने कहा कि कोरोना बीमारी के बढ़ने के पहले ही जांच कराए और यदि परिणाम धनात्मक आ भी जाते हैं तो भी घबराने जैसा कुछ नहीं है, बस हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना है। चिकित्सकीय सलाह पर होम आइसोलेशन या कोविड केयर सेन्टर्स में उपचार लिया जा सकता है। समय रहते जांच एवं उपचार से इस बीमारी से जल्द ही छुटकारा भी मिल जाता है। जिला स्वास्थ्य द्वारा आगामी दिनों में भी इसी तरह के औचक निरीक्षण निरंतर जारी रहेंगे। जिला मुख्यालय के अधिकारियों का दस्ता कभी भी – किसी भी विकासखण्ड के क्षेत्र व ग्रामीण अंचल में जाकर जांच कर सकता है।