कलेक्टर ने किया गोधन न्याय योजना की समीक्षा

गरियाबंद :- राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना अंतर्गत जिले मे संचालित सक्रिय गौठानों में किये जा रहे कार्यों- वर्मी कम्पोस्ट खाद, गोबर खरीदी, भुगतान राशि, निर्मित वर्मी खाद का उठाव आदि के संबंध में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल, उप संचालक कृषि एफ.आर. कश्यप, सभी जनपद सीईओ तथा वन, पशु चिकित्सा, नगरीय निकाय के अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने सभी जनपद सीईओ को स्वीकृत गौठान के सभी कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि गौठानों में खरीदी की गई गोबर बारिश में न बहे, इस हेतु गौठान में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। गौठानों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को व्यवस्था हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जाए।

गौठान में निर्मित वर्मी कम्पोस्ट को बिक्री हेतु सहकारी समितियों में उपलब्ध कराई जाए। नये गौठान का निर्माण मेन रोड से लगा हुआ हो यह सुनिश्चित किया जाए। गौठानों में पानी व चारे की पर्याप्त व्यवस्था हो। साथ ही बारिश के मौसम में गौठानों में वृक्षारोपण भी किया जाए।

समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले के गौठानों में एक लाख 20 हजार क्विंटल गोबर खरीदी की गई है। वहीं 12 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट भी बनाया गया है। अब तक समितियों के माध्यम से एक हजार 431 क्विंटल वर्मी खाद विक्रय किये गये है।

जिले में कुल 336 ग्राम पंचायत में से 252 ग्राम पंचायतों में 302 गौठान, जिसमें राजस्व क्षेत्र के 207 और वन परिक्षेत्र के 95 गौठान निर्माण कार्य स्वीकृत किये गये है। जिसमें 111 गौठान निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। 40 ग्राम पंचायतों में गौठान निर्माण कार्य स्वीकृति हेतु प्रस्तावित है। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट टाका निर्माण के लिए स्वीकृत 2206 कार्यो में से 1578 पूर्ण हो चुके है।