छत्तीसगढ़ पुलिस और समर्पण कर चुके माओवादियों ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार घोषणा पत्र का गोण्डी में अनुवाद किया
एक अनूठी पहल के तहत छत्तीसगढ़ पुलिस और समर्पण कर चुके माओवादियों के समूह ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र के सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषणा पत्र का जनजातीय बोली- गोण्डी में अनुवाद किया है। इस पहल से राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में मानवाधिकारों के बारे में जागरूरता फैलाने में मदद मिलेगी।
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सल प्रभावित जिले में पहली बार मानवाधिकार दिवस मनाया गया।