सीमा सुरक्षा आज अपना 56वां स्‍थापना दिवस मना रहा है

सीमा सुरक्षा बल – बीएसएफ आज अपना 56वां स्‍थापना दिवस मना रहा है। 1965 में भारत-पाकिस्‍तान युद्ध के तुरंत बाद संसद में कानून बनाकर इसकी स्‍थापना पहली दिसंबर, 1965 में की गई थी।

सीमा सुरक्षाबल के महानिदेशक राकेश अस्‍थाना ने स्‍थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए देश को आश्‍वासन दिया कि बी.एस.एफ. पाकिस्‍तान की नापाक घुसपैठ रोकने के लिए हमेशा तैयार है।

उन्‍होंने कर्तव्‍य पालन के दौरान जान गंवाने वाले जवानों के परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्‍यक्‍त की। अस्‍थाना ने कहा कि बी.एस.एफ का गठन 25 बटालियन के साथ हुआ था लेकिन आज इसकी एक सौ 92 बटालियन काम कर रही है। बी.एस.एफ. के जवान 60 हजार किलोमीटर अंतर्राष्‍ट्रीय सीमा की सुरक्षा में तैनात हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस पर उसके सभी कार्मिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। उन्‍होंने एक ट्वीट में कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने देश की रक्षा और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों की मदद करने में अपने शौर्य और कर्मठता का परिचय दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को सीमा सुरक्षा बल पर गर्व है। सीमा सुरक्षा बल – बीएसएफ आज अपना 56वां स्‍थापना दिवस मना रहा है। 1965 में भारत-पाकिस्‍तान युद्ध के तुरंत बाद संसद में कानून बनाकर इसकी स्‍थापना पहली दिसंबर, 1965 में की गई थी।

गृहमंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल-बीएसएफ के 56वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर आज बल के जवानों को उनकी सेवाओं और कर्तव्‍य निष्‍ठा के लिए सलाम किया है। एक ट्वीट में शाह ने कहा कि बीएसएफ ने हमेशा अपने लक्ष्‍य जीवन पर्यन्‍त कर्तव्‍य को पूरी आन-बान शान से निभाया है। उन्‍होंने कहा कि भारत को बीएसएफ पर गर्व है।