भाजपा उत्तर मंडल पाटन ने समरसता दिवस के रूप में मनाया बाबा साहेब अम्बेडकर जी की जयंती
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने समाज मे समरसता का भाव लाने दिया था संदेश–भाजपा
पाटन :- कॅरोना की बढ़ती संकमण एव जिले में लगे लॉकडॉउन का पालन करते हुए भाजपा उत्तर मंडल पाटन ने बाबासाहेब अम्बेडकर जी की जयंती को समरसता दिवस के रूप में ग्राम लोहरसी में मंडल अध्यक्ष ने अपने निवास पर पूजा अर्चना कर मनाया।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष लोकमनी चंद्राकर ने एक संदेश में कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर एक महामानव थे, भारतीय न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने समाज मे अति पिछड़े के आंदोलन को हमेशा प्रेरित किया करते थे और उनके अधिकारों के लिए काम करते थे, वह हमेशा अछूतों और अन्य निचली जातियों की समानता के लिए ख़ड़े रहते थे।
उन्होंने भारतीय संविधान को तैयार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसलिए उन्हें ‘भारतीय संविधान का पिता’ कहा जाता है। चूंकि उन्होंने पूरे भारत मे हर वर्ग को एक समान अधिकार मिले,समाज मे समरसता का भाव पैदा हो, सभी मिलकर आगे बढ़े इस बात के लिए अंतिम दम तक प्रयास करते रहे।
इस अवसर पर उपस्थित भाजपा नेत्री एव जिला पंचायत दुर्ग की सदस्य हर्षा चंद्राकर ने संदेश में कहा कि स्वतन्त्र भारत के संविधान निर्माता, दलितों के मसीहा, समाज सुधारक डॉ० भीमराव अम्बेडकर एक राष्ट्रीय नेता भी थे। सामाजिक भेदभाव, अपमान की जो यातनाएं उनको सहनी पड़ी थीं, उसके कारण वे उसके विरुद्ध संघर्ष करने हेतु संकल्पित हो उठे।
उन्होंने उच्चवर्गीय मानसिकता को चुनौती देते हुए निम्न वर्ग में भी ऐसे महान कार्य किये, जिसके कारण सारे भारतीय समाज में वे श्रद्धेय हो गये। जातीय भेदभाव का दंश झेल रहे आंबेडकर सामाजिक बदलाव चाहते थे। वो कहा करते थे कि किसी का भी स्वाद बदला जा सकता है लेकिन जहर को अमृत में परिवर्तित नही किया जा सकता।
इसी तरह से लॉक डॉउन का पालन करते हुए पूरे मंडल के विभिन्न बूथों पर बाबा साहेब की जयंती मनाया गया है।