बिहार, महाराष्ट्र और ओडिशा में सभी शिक्षण संस्थान फिर से खुले
नई दिल्ली :- बिहार में, कोविड दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन के साथ ही आज से सभी शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोल दिया गया है। विद्यालयों में 9वीं और उससे ऊपर की कक्षाएं ही लगेंगी।
विद्यालयों, महाविद्यालयों और कोचिंग संस्थानों में केवल 50 प्रतिशत छात्रों को ही आने की अनुमति होगी। इन संस्थानों को छात्रों को अलग-अलग बैचों में बुलाने के लिए कहा गया है। कोरोना महामारी के कारण पिछले साल मार्च से ये संस्थान बंद थे।
प्रधान शिक्षा सचिव संजय कुमार ने कहा कि छात्रों को अपने माता-पिता या अभिभावकों से लिखित सहमति लेने के बाद ही कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी।
शैक्षिक संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि वे उन लोगों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था करें जो इन कक्षाओं में भाग नहीं लेना चाहते हैं। सरकार ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थानों में कोविड के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय भी जारी किए हैं।
परिसर में प्रवेश करने से पहले कर्मचारियों और छात्रों के तापमान की जाँच की जा रही है। स्कूल प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वह स्टाफ, शिक्षकों और छात्रों के लिए हैंड सैनिटाइज़र, तरल साबुन और डिजिटल थर्मामीटर की व्यवस्था करें। प्रत्येक छात्र को दो मास्क दिए गए हैं।
उधर, महाराष्ट्र में भी कोविड संक्रमण की दर लगातार घटती दर को देखते हुए कुछ जिलों में स्कूलों को आज से फिर खोल दिया गया है। पुणे, नासिक, औरंगाबाद और पालघर की नगरीय सीमा में आने वाले स्कूलों में कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों को आने की अनुमति दी गई है। इन लोगों को कोविड संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा।
ओडीसा सरकार ने भी इस महीने की शुरूआत से सरकारी और निजी क्षेत्र के स्कूल, कॉलेज और विश्वविदयालयों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है। स्कूलों को शुक्रवार से खोला जायेगा तथा कॉलेज और विश्वविदयालयों में शिक्षण कार्य अगले सोमवार से शुरू होगा।
कक्षा 10 और 12 के छात्रों को ही स्कूलों में आने दिया जायेगा। साथ ही स्नातक के अंतिम वर्ष तथा परास्नातक, एम0 फिल और शोध छात्रों को ही शिक्षण संस्थाओं में आना होगा।