एआईआईबी और एडीबी भारत को टीके खरीदने के लिए दो अरब अमरीकी डालर का ऋण देंगे

भारत ने सौ करोड से अधिक कोविड रोधी टीके लगाकर उल्‍लेखनीय सफलता प्राप्‍त की है पात्र आबादी के टीकाकरण को बढावा देने के लिए बहुपक्षीय वित्‍त पोषण
संस्‍थानों की सदस्‍यता का लाभ उठाया जा रहा है।

पेइचिंग स्थित बहुपक्षीय विकास बैंक-एशियाई इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर  इंवेस्‍टमेंट बैंक-एआईआईबी और एशियाई विकास बैंक-एडीबी भारत को कोविड रोधी टीके खरीदने के लिए एशिया प्रशांत क्षेत्र में टीकों की पहुंच सुविधा योजना के तहत दो अरब अमरीकी डालर का ऋण देंगे।

एआईआईबी के उपाध्‍यक्ष डॉक्‍टर डी जे पांडियन ने पेइचिंग में बताया कि बैंक पांच हजार लाख अमरीकी डालर उपलब्‍ध कराने पर विचार कर रहा है जबकि मनीला स्थित एशियाई विकास बैंक एक अरब पचास करोड़ डॉलर उपलब्‍ध करा सकता है।

भारत ने तीन महीने पहले अनुरोध किया था।

बैंक की वेबसाइट पर उपलब्‍ध जानकारी के अनुसार इस ऋण के माध्‍यम से छह हजार छह सौ 70 लाख टीके खरीदे जा सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा टीके खरीद की प्रक्रिया निविदा के माध्‍यम से की जाएगी।

इसके अलावा एआईआईबी ने भारत की अन्‍य परियोजनाओं के लिए 17 लाख 50 हजार अमरीकी डालर की मंजूरी दी है।

पांडियन ने कहा कि पेइचिंग स्थित एआईआईबैंक  चीन के बाद भारत दूसरा सबसे बडा भागीदार है इसलिए 289 लाख अमरीकी डालर की 147 परियोजनाएं स्‍वीकृत की गई हैं।

एक सप्‍ताह तक चलने वाली वार्षिक बैठक के दौरान एआईआईबी ने भारत सरकार को चेन्‍नई मेट्रो रेल परियोजना के लिए तीन हजार पांच सौ 66 लाख 70 हजार अमरीकी डालर की स्‍वीकृति प्रदान की है।