लोगों की बुनियादी समस्याओं को हल करने की दिशा में प्राथमिकता से करें कार्य
कलेक्टर कांफ्रेंस में संभागायुक्त महादेव कावरे ने कहा- ग्रामीण क्षेत्रों में लगाएं जाएंगे राजस्व शिविर, दो वर्ष से अधिक समय तक लंबित राजस्व प्रकरणों के निपटारे के लिए रोज होगी सुनवाई
जिलों के सी-मार्ट में प्रदेश स्तर पर उत्पादित की जा रही विशिष्ट वस्तुएं उपलब्ध कराने के निर्देश
शासन की फ्लैगशिप योजनाओं के लक्ष्य तय समय-सीमा पर पूरा करें
कवर्धा :- सबसे पहली प्राथमिकता लोगों की बुनियादी समस्याएं हल करने की हैं। इसके लिए लोगों को कार्यालयों तक न आना पड़े, आपका अमला उन तक पहुंचे और समस्याओं के निराकरण की प्रभावी कार्रवाई हो।
दुर्ग संभाग के कलेक्टरों को यह निर्देश संभागायुक्त महादेव कावरे ने दिए कि मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश हैं कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में लोगों को कम समय में उपयोगितापूर्ण सुविधाएं मिल सकें। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित रूप से शिविर लगाए जाएं। दो वर्ष से अधिक समय के प्रकरणों को हर दिन सुनवाई कर निराकृत किया जाए। जिन प्रकरणों में विलंब हुआ है, उसके कारण भी लिखे जाए ताकि लापरवाही होने पर संबंधित पर कार्रवाई की जा सके। रेवेन्यू कोर्ट के आदेशों के तय समय-सीमा में अनुपालन सुनिश्चित करें।
संभागायुक्त ने लोक सेवा गांरटी के प्रकरणों को भी समय पर हल करने कहा। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्या सुनने के लिए फील्ड विजिट ज्यादा से ज्यादा करें।
इसके साथ खाद की उपलब्धता और फसल बीमा से संबंधित शिकायतों का करें निवारण-
संभागायुक्त ने खाद की स्थिति के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि डीएपी की कमी की स्थिति में इसके वैकल्पिक खाद के उपयोग के संबंध में किसानों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि कृषि अधिकारी और उनका अमला खेती किसानी के समय में निरंतर किसानों से मिलकर शासन स्तर से आ रही सूचनाओं से उन्हें अद्यतन करें। साथ ही फसल बीमा से संबंधित जिन किसानों की समस्याएं आई हैं उन्हें प्राथमिकता से निराकृत करें। उन्होंने धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए भी किसानों को प्रेरित करने के संबंध में की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। संभागायुक्त ने कहा कि गिरदावरी का कार्य बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसे करने के दौरान विशेष सावधानी रखें और मार्गदर्शन के मुताबिक नियमानुसार कार्रवाई की जाए।
धान के बदले अन्य फसल की प्रगति पर व्यक्त की गई नाराजगी –
संभागायुक्त ने धान के बदले अन्य फसल योजना की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई, इस हेतु उपस्थित कलेक्टर एवं संयुक्त संचालक कृषि को विशेष कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश दिए गए। कावरे ने किसानो को खरीफ 2022-23 हेतु अरहर, उड़द, मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य में क्रय हेतु जारी दिशा निर्देश अनुसार तत्काल खरीदी के तैयारी करने एवं योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश जारी किए गए।
सी-मार्ट में उपलब्ध कराएं विशेष सामग्री –
संभागायुक्त ने कहा कि सी-मार्ट में स्थानीय स्तर पर गौठानों में उत्पन्न की गई सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। दुर्ग संभाग के जिलों में नवाचारी सामग्री बन रही है और अमूमन इनका विक्रय वहीं पर ही हो रहा है। इसे सभी जिलों में उपलब्ध कराया जाए तो अच्छा होगा। उदाहरण के लिए जशपुर की चाय काफी लोकप्रिय हो गई है। इसे सीमार्ट में भी उपलब्ध कराएं तो इसकी काफी बिक्री हो सकती है।
फ्लैगशिप योजनाओं पर फोकस करें –
संभागायुक्त ने फ्लैगशिप योजनाओं पर फोकस करने कहा। उन्होंने गोधन न्याय योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर निर्देश दिये। साथ ही स्वामी आत्मानंद स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्टर और मैनपावर की उपलब्धता की दिशा में प्रभावी काम करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी और स्कूलों की इमारतों में किसी तरह की दिक्कत न हो। कोरोना को लेकर प्रिकाशन डोज पर कार्य करते रहें। उन्होंने कहा कि संभागीय स्तर के अधिकारी जब भी जिले में दौरा करें तो कलेक्टर से जरूर मिलें ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन और बेहतर तरीके से हो सके। कलेक्टर एवं एसडीएम को भी अपने क्षेत्रो में थानो के निरीक्षण करने हेतु एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए साथ ही चिटफंड कंपनियो पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
बालोद जिले में संचालित जनचौपाल की सराहना –
संभागायुक्त ने बालोद जिले मे आम जनता हेतु आयोजित किए जा रहे जनचौपाल की सराहना करते हुए अन्य जिलो को इसी तर्ज पर जनचौपाल की पहल किए जाने के निर्देश दिए गए। कावरे ने उपस्थित कलेक्टरो को पटवारियों के अभिलेखो की जाँच करने के संबंध में निर्देश दिया गया। जाति प्रमाण पत्र जारी करने हेतु विद्यालयों में विशेष अभियान चलाया जावे एवं कक्षा दसवीं एवं बारहवी के विद्यार्थियों हेतु प्रातःकालीन विशेष कक्षाएँ प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए।