भारत और जापान के बीच नौसेना अभ्‍यास-जि‍मैक्‍स आज से अरब सागर में शुरू होगा

भारत और जापान के बीच नौसेना अभ्‍यास-जि‍मैक्‍स आज से अरब सागर में शुरू होगा। दोनों देशों के बीच पहला नौसेना अभ्‍यास जनवरी-2012 में हुआ था जिसमें समुद्री सुरक्षा सहयोग पर विशेष ध्‍यान दिया गया था। पिछले साल यह अभ्‍यास सितम्‍बर में हुआ था। यह दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सातवां अभ्‍यास होगा।

तीन दिन के अभ्‍यास में नौसेना के पश्चिमी बेडे के कमांडिंग फ्लेग ऑफिसर रियर एडमिरल अजय कोछड के अंतर्गत  स्‍वदेश निर्मित लक्ष्‍य भेदी मिसाइल नाशक प्रणाली, कोच्चि और लक्ष्‍यभेदी मिसाइल फ्रीगेट टेग भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्‍व करेंगे।

जापान की मेरिटाइम सेल्‍फ डिफेंस फोर्स की ओर से जे.एम एस डी एफ जलपोत कागा, इजुमो श्रेणी का हेलीकॉप्‍टर वाहक और लक्ष्‍यभेदी मिसाइल नाशक मुरासेम शामिल होंगे जो कमांडर एस्‍कोर्ट फ्लोटिला-3, रियर एडमिरल आई.के.यु.ची.आईजूरू के नेतृत्‍व में काम करेंगे।

पी-8 आई लम्‍बी दूरी का समुद्री निगरानी विमान, डोरनियर समुद्री निगरानी विमान, समेकित हेलीकॉप्‍टर और मिग-29 के लडाकू विमान भी अभ्‍यास में हिस्‍सा लेंगे।

इस वर्ष नौसेना अभ्‍यास का उद्देश्‍य संचालन प्रक्रियाओं की साझा समझ विकसित करना और विभिन्‍न क्षेत्रों में समुद्री सहयोग के अत्‍याधुनिक अभ्‍यास के जरिये आपसी संचालन क्षमता बढाना है।

भारत और जापान के बीच नौसेना सहयोग निरंतर बढ रहा है। इस अभ्‍यास से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग और आपसी विश्‍वास और बढेगा तथा लम्‍बे समय से जारी मैत्री और प्रगाढ होगी।