राष्ट्रीय शैक्षिक पाठ्यक्रम की रूपरेखा के विस्तार के लिए राष्ट्रीय संचालन समिति का गठन
नई दिल्ली :- शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शैक्षिक पाठ्यक्रम की रूपरेखा के विस्तार के लिए राष्ट्रीय संचालन समिति का गठन किया है। समिति की अध्यक्षता इसरो के पूर्व अध्यक्ष के. कस्तूरीरंगन करेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षा योजना संस्थान के कुलाधिपति और प्रशासक महेश चंद्र पंत, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद शर्मा, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की कुलपति नज़मा अख्तर, आंध्र प्रदेश के केन्द्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की पहली कुलपति टी.वी. कट्टिमणि, आईआईटी गांधीनगर में अतिथि प्रोफेसर और फ्रांसीसी मूल के भारतीय लेखक मिशेल डैनिनो और भारतीय मूल के अमेरिकी गणितज्ञ मंजुल भार्गव 12 सदस्यीय समिति में शामिल हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के दृष्टिकोण के अनुसार समिति, चार राष्ट्रीय शैक्षिक पाठ्यक्रमों की रूपरेखा विकसित करेगी। इनमें स्कूली शिक्षा, राष्ट्रीय शैक्षिक पाठ्यक्रम की रूपरेखा, बचपन देखभाल और शिक्षा, शिक्षकों के लिए शिक्षण और प्रौढ़ शिक्षा जैसे विषय शामिल है। इस दौरान विभिन्न राज्यों से प्राप्त सुझाओं पर चर्चा होगी।
कोविड महामारी से उत्पन्न स्थिति और भविष्य में संबंधित क्षेत्रों पर इसके प्रभाव पर राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूप रेखा का निर्धारण होगा। अपनी बैठकें आयोजित करते समय समिति आवश्यकता अनुसार विषय विशेषज्ञों, विद्वानों, शिक्षाविदों को आमंत्रित कर सकती है और विचार-विमर्श कर सकती है।
राष्ट्रीय संचालन समिति का कार्यकाल इसकी अधिसूचना की तिथि से तीन वर्ष का होगा।