मुख्य सचिव ने की जिला प्रशासन की सराहना

बलौदाबाजार :- राजस्व प्रकरणों के निराकरण और अभिलेख अद्यतीकरण के काम में जिले में पिछले एक महीने में काफी प्रगति आई है।

कलेक्टर सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में पिछले 15 जून से इसके लिए जिले में एक अभियान चलाया गया है। इस दौरान जिले में अकेले नामांतरण के 824 प्रकरण निराकृत किये गये हैं,जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है।

भू-अभिलेखों के अपडेशन होने से किसानों और पक्षकारों को काफी सुविधा हो रही हैं। उन्हें अब रिकार्ड सुधार कराने तहसील अथवा पटवारी के यहां बार-बार दस्तक देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें बैंक लोन, किसान पंजीयन सहित तमाम सरकारी काम के लिये आसानी से त्रुटिहीन अभिलेख उपलब्ध हो रहे हैं। इससे किसानों को काफी राहत मिली है।

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने भी जिले में अभिलेख अपडेट करने और रिकार्ड सुधारने के कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की है और इस तरह आगे भी काम जारी रखने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये हैं।

कलेक्टर सुनील जैन ने कोरोना काल में भी किसानों से जुड़े राजस्व विभाग के काम-काज को प्राथमिकता से लिया है।

मुख्य सचिव के निर्देश पर राजस्व प्रकरणों के निराकरण एवं भू-अभिलेख अपडेशन के काम को टीएल में लेकर इसकी नियमित समीक्षा कर रहे हैं। वे स्वयं तहसीलों में पहुंचकर निराकरण की तहकीकात भी कर रहे हैं और अधीनस्थ राजस्व अधिकारियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। इससे पिछले तीन सप्ताह में निराकरण की गति में काफी प्रगति आई हैं।

कलेक्टर ने बताया कि जिले की विभिन्न तहसील कार्योलयों में 15 जून को नामांतरण के लिए 1395 आवेदन लंबित थे। अभियान के दौरान 824 प्रकरणों का निराकरण करते हुये नामांतरण का कार्य पूर्ण किया गया है। भाटापारा तहसील के ग्राम पटपर निवासी अनुसूचित जाति की महिला गंगाबाई बांधे त्वरित आनलाईन नामांतरण हो जाने से काफी खुश हैं।

उन्होंने अपने गांव में ही 2 हजार स्क्वेयर फीट भू-खण्ड मकान बनाने के लिए खरीदे हैं। वे अब डायवर्सन, लोन आदि सभी काम आसानी से कर पायेंगी। इसी तरह बलौदाबाजार के ग्राम भाठागांव कोकड़ी निवासी महेन्द्र टण्डन ने अपने बेटे के नाम पर भरसेली रैयतवाड़ी में 52 डिस्मील जमीन खरीदी है। उनका भी इस दौरान त्वरित नामांतरण हो जाने से धान खरीदी पंजीयन सहित तमाम कामों में अब कोई कठिनाई नहीं होगी। इस दौरान अभिलेखों को .त्रुटिहीन बनाने के लिये भी महत्वपूर्ण काम किये गये हैं। इस दौरान 683 संदिग्ध खसरों का विलोपन, 175 भूमि स्वामी विहीन खातों का निराकरण एवं 2961 लुप्त खसरों का संकलन किया गया है।

खसरों का डिजिटल हस्ताक्षर का प्रतिशत भी अब 94.74 प्रतिशत से बढ़कर 97.22 प्रतिशत और डिजिटल हस्ताक्षरित खातों की संख्या 96.83 प्रतिशत से बढ़कर 97.09 प्रतिशत हो गया है। खसरों का नक्शा अपडेटशन का काम भी बढ़कर 70.39 प्रतिशत हो गया है।

कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को शेष लंबित कामों को भी शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।