केंद्र सरकार ने अस्पतालों में कोविड टीकाकरण के लिए समय सीमा को हटा दिया और चौबीसों घंटे टीकाकरण की अनुमति दे दी
केंद्र सरकार ने अस्पतालों में कोविड टीकाकरण के लिए समय सीमा को हटा दिया है और चौबीसों घंटे टीकाकरण की अनुमति दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आज इस निर्णय की पुष्टि करते हुए कहा कि अस्पतालों के लिए यह जरूरी नहीं है कि वे टीकाकरण के लिए एक निश्चित कार्यक्रम का अनुसरण करें।
वे किसी भी समय टीकाकरण कार्यक्रम को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे टीकाकरण अभियान को गति देने में मदद मिलेगी क्योंकि अधिक से अधिक लोग इसके पात्र बन रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह व्यवस्था निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों पर लागू होगी। उन्होंने कहा कि लचीली समय सीमा टीकाकरण स्थलों पर भीड़ को कम करेगी। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों के परामर्श से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीकाकरण स्लॉट 15 दिनों से एक महीने के लिए खोलने चाहिएं।
केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना और इसी तरह की राज्य स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत पैनल में शामिल सभी निजी अस्पतालों को भी कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में अनुमति देने का फैसला किया है।
सभी निजी अस्पतालों की शत- प्रतिशत क्षमता का उपयोग करने के लिए यह फैसला किया गया है। सरकार ने उन निजी अस्पतालों को भी अनुमति दी है जो उपरोक्त तीन योजनाओं के तहत पैनल में शामिल नहीं हैं।
उन निजी अस्पतालों को कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में काम करने की अनुमति होगी जिनके पास पर्याप्त संख्या में टीकाकर्मी, पर्याप्त स्थान और पर्याप्त कोल्ड चेन व्यवस्था उपलब्ध है।
केंद्र सरकार ने कहा है कि उसके पास टीकों का पर्याप्त स्टॉक है और वह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आवश्यक खुराक उपलब्ध कराएगी। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा गया है कि उन्हें राज्य और जिला स्तरों पर टीके के भंडारण की आवश्यकता नहीं है।