कलेक्टर ने की समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा
गरियाबंद :- कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने आज अधिकारियों की बैठक में कहा कि जिले के मैनपुर , देवभोग व छुरा के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित चेकपोस्ट में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है वे मुस्तैदी के साथ तैनात रहें। उन्होंने संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को चेकपोस्ट का सतत निरीक्षण करने और ड्यूटीरत कर्मचारी के नदारत रहने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने तेतलखुंटी ,रोहेना, श्यामनगर सहित ऐसे उपार्जन केन्द्र जहां धान की खरीदी अधिक मात्रा में हो रही है, ऐसे केन्द्रों पर जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उपार्जन केंद्रों में वास्तविक किसान ही अपना धान बेच सके। किसी भी स्थिति में कोचिया धान खपा न सके, अधिकारी यह सुनिश्चित करें।
ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक व पंचायत सचिव के हड़ताल में रहने पर जनपद सीईओ गांव के किसी भी योग्य व्यक्ति को रोजगार सहायक नियुक्त कर सकते हैं।
कलेक्टर क्षीरसागर आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक में उक्त निर्देश अधिकारियों को दिये। विकासखंड/तहसील स्तर अधिकारी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुडे़ थे।
कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी एकाएक नहीं बढ़ना चाहिए। जिले के संवेदनशील एवं अधिक खरीदी वाले उपार्जन केंद्रों में संबंधित एसडीएम और खाद्य अधिकारी आवश्यक जांच सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में बारदाने की आवश्यकता को देखते हुए धान बेचने आये हुये किसानो के बारदाना में ही धान खरीदी किया जाये।
कलेक्टर ने कहा कि जिले के देवभोग, मैनपुर के सीमावर्ती उपार्जन केन्द्रों में 75 प्रतिशत से ज्यादा खरीदी हो गई हो तो उपार्जन केन्द्रवार धान बिक्री हेतु पंजीकृत किसानो की संख्या का मिलान कर 10 जनवरी 2021 तक सभी किसानो की धान खरीदी कर उपार्जन केन्द्र में खरीदी कार्य बंद किया जाये।
कलेक्टर ने जिले के मरोदा, लाटापारा, लोहझर, पांडुका, पोखरा का जिक्र करते हुए ऐसे उपार्जन केंद्र जहां धान खरीदी की गति धीमी है और रकबा समर्पण भी कम है इन उपार्जन केन्द्रो से संबंधित समिति प्रबंधकों को कारण बताओ नोटिस देने खाद्य अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने सभी एसडीएम को संबंधित क्षेत्र के उपार्जन केन्द्रवार धान बिक्री पश्चात किसानों से रकबा समर्पण पर जोर देने कहा।
कलेक्टर क्षीरसागर ने धान खरीदी केन्द्रों में चबूतरा निर्माण हेतु नए स्वीकृत कार्य शीघ्र पूर्ण कराने सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया। उन्होंने तहसील एवं विकासखंड मुख्यालयों में अधिकारी-कर्मचारियों के लिए हाॅउसिंग बोर्ड द्वारा बनाए गए नये भवन का हेण्डओवर से पहले ही संबंधितों को आबंटित करने सभी एसडीएम को निर्देशित किया।
जनपद से संबंधित कर्मचारियों की सेवा-पुस्तिका संधारण हेतु आवश्यक पहल करने जनपद सीईओ को और हल्का पटवारियों की मांग एवं आवश्यकताओं का परीक्षण कर अपने स्तर से निराकरण हेतु पहल करने सभी एसडीएम को निर्देश दिये गये। कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम भू-अर्जन प्रकरणों की सुनवाई समय-सीमा में करें तथा जिले के चिन्हांकित मुरूम खदानों के लिए निर्धारित मापदण्ड का पालन करते हुए 15 दिवस के भीतर नक्शा-खसरा खनिज विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे।
उन्होंने कहा कि एसडीएम अपने क्षेत्रे के पीडीएस दुकानों का युक्तीयुक्तकरण भी शीघ्र कर लेवें। जिले के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में कर्मचारियों की नियुक्ति प्रतिनियुक्ति पर किया जाये। नगरीय निकायों के सीएमओ नगर की सफाई पर विशेष ध्यान देवें। उद्योग स्थापना हेतु उद्योग विभाग को ग्राम पंचायत का एन.ओ.सी संबंधित जनपद सीईओ व एसडीएम दिलाये। इसी प्रकार भारत नेट हेतु वन विभाग द्वारा एनओसी दिलाने की कार्यवाही सुनिश्चित किया जाये। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ चन्द्रकांत वर्मा, ए.डीएम जे.आर चैरसिया सहित समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।