राष्ट्र आज सरदार वल्ल‍भ भाई पटेल की 70वीं पुण्य्तिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है

नई दिल्ली :- कृतज्ञ राष्‍ट्र आज सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की 70वीं पुण्‍य तिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।

गुजरात के नादियाड में 31 अक्‍तूबर 1875 में जन्‍मे सरदार वल्‍लभ भाई पटेल भारत के लौह पुरूष के रूप में जाने जाते हैं। उन्‍होंने भारत के साथ पांच सौ से अधिक रजवाड़ों का विलय कराया था।

सरदार पटेल ने भारत के पहले उप प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की और वे गृहमंत्री भी रहे। वे भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता थे।

भारत गणराज्‍य के एक संस्‍थापक के रूप में पटेल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई। देश की सांस्‍कृतिक विविधता पर पटेल ने कहा था कि भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्‍न धर्मों और जातियों के लोग सौहार्द के साथ रहते हैं। 12 अक्‍तूबर 1947 में दशहरे के अवसर पर सरदार पटेल ने अखंड भारत की अवधारणा का आह्वान किया था।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सशक्त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रंद्धाजलि दी है। एक ट्वीट में उन्‍होंने कहा कि उनके दिखाए मार्ग हमें देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए सदा प्रेरित करते रहेंगे।

गृहमंत्री अमित शाह ने भी सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की पुण्‍य तिथि पर भावभीनी श्रंद्धाजलि दी है। एक ट्वीट में शाह ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन और व्‍यक्ति‍त्‍व का वर्णन शब्‍दों में नहीं किया जा सकता है।

गृहमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल भारत की एकता और संप्रभुता के प्रतीक हैं जिन्‍होंने जटिल समस्‍यों का समाधान किया और एक भारत को आकार दिया। शाह ने कहा कि उनका मजबूत नेतृत्‍व और सर्मपण हमें प्रेरणा देता रहेगा।