प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा–एक रैंक एक पेंशन का निर्णय एक स्‍मरणीय अवसर

नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि पांच वर्ष पूर्व भारत ने, देश को वीरता के साथ सुरक्षा प्रदान करने वाले महान सैनिकों के कल्‍याण को सुनिश्चित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया था।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि एक रैंक एक पेंशन का निर्णय एक स्‍मरणीय अवसर था जिसके लिए देश को कई दशकों तक प्रतीक्षा करनी पड़ी थी।

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एक रैंक एक पेंशन को लागू करने के बाद रक्षा बलों के बीस लाख साठ हजार दो सौ बीस पेंशन भोगियों और पारिवारिक पेंशन भोगियों को दस हजार सात सौ 95 करोड़ रुपये की बकाया रकम अदा की गई। इसमें नेपाली पेंशन भोगियों को अदा की जाने वाली पेंशन की तीन सौ 48 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि शामिल है।

सिंह ने कहा‍ कि एक रैंक एक पेंशन व्‍यवस्‍था ने हाल ही में और पूर्व में अवकाश लेने वाले पेंशन भोगियों के बीच अंतर को समाप्‍त किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों और उनके परिवारों के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

भारतीय जनता पार्टी के अध्‍यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि एक रैंक एक पेंशन योजना से पिछले पांच वर्षों के दौरान रक्षा सेनाओं के बीस लाख से अधिक पेंशन भोगियों और परिवार पेंशन भोगियों को लाभ पहुंचा है।

नड्डा ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सदैव वीर जवानों और रक्षाकर्मियों के मनोबल को बढ़ाया है।

केन्‍द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि नरेन्‍द्र मोदी सरकार देश के जांबाज जवानों के कल्‍याण को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

एक ट्वीट में उन्‍होंने कहा कि उनके लिए पांच वर्ष पहले एक रेंक एक पेंशन के बारे में किया गया फैसला इस बात का प्रमाण है।