केन्द्रीय मंत्री डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के अधिकारियों को ईमानदारी की शपथ दिलाई
नई दिल्ली:- केन्द्रीय मंत्री डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने आज प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के अधिकारियों को ईमानदारी की शपथ दिलाई। उन्होंने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन, भ्रष्टाचार से निपटने के उपाय जारी रखने के सरकार के संकल्प को दोहराने का प्रयास है। डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि 2014 में निराशा तथा मायूसी का माहौल था और आम आदमी को लगता था कि भ्रष्टाचार के चक्रव्यूह से बाहर निकलना मुश्किल है। नरेन्द्र मोदी सरकार ने इस अवधारणा को बदलने में सफलता पाई और आशावाद का संचार किया।
डॉक्टर सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त न करने के प्रधानमंत्री के मंत्र को आगे बढ़ाते हुए कई निर्णायक कदम उठाए गए हैं। तीस वर्ष के अंतराल के बाद भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम में संशोधन किया गया और एक ऐसी प्रक्रिया स्थापित की गई जिसमें भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हो। सरकार ने वर्ग- ग और घ के पदों के लिए साक्षात्कार समाप्त कर दिया और 2018 में लोकपाल को कार्यात्मक बनाया गया।
इस अवसर पर जितेन्द्र सिंह ने महामारी में सुशासन गतिविधियों पर विभाग के आईडियाज़ बॉक्स की शुरूआत की और ई-गवर्नेंस में उत्कृष्ट कार्यकलापों के बारे में सोशल मीडिया ट्वीट जारी किए।