निर्वाचन आयोग विदेशी चुनाव प्रबंधन निकायों और संगठनों के लिए तीन दिन का अंतर्राष्‍ट्रीय वर्चुअल निर्वाचन आगंतुक कार्यक्रम आरंभ कर रहा है

नई दिल्ली:- निर्वाचन आयोग बिहार में चल रहे विधानसभा चुनाव के संदर्भ में आज से विदेशी चुनाव प्रबंधन निकायों और संगठनों के लिए तीन दिन का अंतर्राष्‍ट्रीय वर्चुअल निर्वाचन आगंतुक कार्यक्रम आरंभ कर रहा है।

इससे पहले, निर्वाचन आयोग ने 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 में फरवरी-मार्च में कुछ राज्‍य विधानसभा चुनावों और पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किये थे।

आयोग ने बताया कि बिहार में सात करोड़ 20 लाख से अधिक मतदाता है और कोविड-19 महामारी के बीच इतनी बड़ी संख्‍या में दुनिया में बहुत कम जगहों पर मतदान हुआ है। आयोग ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनावों ने महामारी के दौरान चुनाव प्रक्रिया संचालित करने की श्रेष्‍ठ पद्धतियों और अनुभवों को साझा करने का अवसर दिया है।

अंतर्राष्‍ट्रीय निर्वाचन आगंतुक कार्यक्रममें अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलावी, मालदीव, माल्डोवा, मंगोलिया, मॉरीशस, नेपाल, फिलीपींस, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो, यूक्रेन, उज्बेकिस्तान और जाम्बिया के साथ-साथ तीन अंतर्राष्ट्रीय संगठन, इंटरनेशनल एविए, इंटरनेशनल फाउंडेशन ऑफ इलेक्टोरल सिस्टम्स और विश्व चुनाव निकायों को आमंत्रित किया गया है।

आज कार्यक्रम का ऑन लाइन परिचय-सत्र होगा, जिसमें प्रतिभागियों को भारतीय चुनाव प्रक्रिया की रूपरेखा, मतदाताओं की सुविधा के लिए शुरू किये गये निर्वाचन आयोग के उपायों और पारदर्शिता तथा सुगमता के बारे में जानकारी दी जायेगी। प्रशिक्षण की बदलती जरूरतों और क्षमता निर्माण के बारे में आयोग की प्रणालियों को भी साझा किया जायेगा। उद्घाटन सत्र में मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त सुनील अरोड़ा का प्रमुख भाषण होगा। इस सत्र को निर्वाचन आयुक्‍त राजीव कुमार और सुशील चन्‍द्र भी संबोधित करेंगे।

कल, मतदाताओं की जागरूकता के बारे में निर्वाचन आयोग के महत्‍वपूर्ण कार्यक्रम की जानकारी साझा की जायेगी। बिहार के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी अंतर्राष्‍ट्रीय प्रतिनिधियों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे। शनिवार को प्रतिभागियों को बिहार के मतदान केन्‍द्रों का वर्चुअल दौरा कराया जायेगा, जिसमें उन्‍हें चुनाव प्रक्रिया और मतदान प्रबंधों को करीब से समझने का अवसर मिलेगा।