भारत ने मंकीपॉक्स की जांच के लिए स्वदेशी आरटी-पीसीआर परीक्षण किट विकसित की

नई दिल्ली : भारत ने मंकीपॉक्स की जांच के लिए स्वदेशी आरटी-पीसीआर परीक्षण किट विकसित कर ली है। केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने इस वायरल बीमारी के लिए सिमेन्स हैल्‍दीनीर की आरटी-पीसीआर किट को मंजूरी दे दी है।

इसका इस्तेमाल आई.एम.डी.एक्स. मंकीपॉक्स के निदान के लिए किया जाएगा। इसके जरिए मात्र 40 मिनट में परिणाम प्राप्त किया जा सकेगा, जो अन्य जांच पद्धतियों की तुलना में अधिक त्वरित है। परम्परागत जांच पद्धतियों में इस रोग के निदान में एक से दो घंटे का समय लगता है।

अफ्रीका के अनेक भागों में मंकीपॉक्स के मामले पाए जाने और उनके प्रसार को देखते हुए विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इस महामारी को अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा घोषित किया है। संगठन के अनुसार, वर्ष 2022 के बाद से विश्व भर में 116 देशों से 99 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं और इस महामारी से 208 लोगों की जान जा चुकी है।