छुरा के मोंगरा पंचायत में शौचालय निर्माण की राशि मे ऐतिहासिक भ्रस्टाचार, जाँच अधिकारी सन्देह के दायरे में

 

शौचालय निर्माण में लगभग 16- 18 लाख रुपये एवम 3,16,788 रुपये “राशि मिलान” के नाम पर

छुरा:– समाचार पत्रों में मोगरा पंचायत के भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित होने पर जिले के अधिकारियों के निर्देशानुसार जनपद पंचायत छुरा में जाँच टीम गठित किया गया था, किन्तु जाँच टीम की कार्यप्रणाली सन्देश के दायरे में है, अभी तक जाँच रिपोर्ट नही दिया गया है, ग्रामीणों का आरोप है कि जाँच टीम के अधिकारी सचिव से मिले हुई है।पूर्व जनपद सदस्य द्वारा भी एक पूर्व गरियाबंद जिले के कलेक्टर एवम मुख्यकार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत को ऑनलाइन केश बुक के प्रतिलिपि के साथ शिकायत किया था, किन्तु उसका भी अभी तक अता-पता नही है।निष्पक्ष जांच मोगरा पंचायत का होता है, तो ये छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा भ्रस्टाचार है।
पूर्व जनपद सदस्य द्वारा जॉच नही होने पर मुख्यमंत्री को शिकायत करके निष्पक्ष जॉच कराने का निवेदन करेगें एवम जो जॉच टीम शामिल करारोपण अधिकारी को हटाने की मांग करेंगे,20-25 वर्षो से छुरा जनपद में पदस्थ हैं।पूर्व में भी एक पंचायत की शिकायत को इसी प्रकार से रफा-दफा किया था, इसका एक ही पैतरा है कि सचिव के द्वारा केश एवम अन्य दस्तावेज उपलब्ध नही कराये,इसलिए जॉच नही किया जा सकता है। तो करारोपण अधिकारी क्या काम होता हैं, मतलब आप साल भर फ्री में शासन से वेतन लेते रहे हैं, जबकि करारोपण अधिकारी का काम होता हैं, प्रत्येक माह पंचायतो समस्त अभिलेखों का मिलान करना।
ग्राम पंचायत मोंगरा( जनपद पंचायत, छुरा) के सचिव के द्वारा 1अप्रैल 2015 से 31दिसंबर 2019 तक शौचालय निर्माण की राशि में लगभग 16 लाख रुपए का आर्थिक अनियमितता किया गया है एवम 3,16,788 रुपये राशि मिलान के लिये भुगतान 14वे वित्त योजना की राशि से वर्ष 2019-20 में किया गया है,जबकि राशि मिलान के नाम से कोई भुगतान नही होता है, ये मोंगरा के सचिव ने भ्रष्टाचार करने के लिए नये तरीके निकले है। ग्राम पंचायत मोंगरा को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण )से 34,04,950 रुपये एवम शेष राशि मनरेगा से जितनी शौचालय की संख्या स्वीकृत हुआ था, सभी स्वीकृति शौचालय का भुगतान पूरा हो चुका है। मोंगरा पंचायत के सचिव के द्वारा लगभग 16 लाख रुपये अन्य मदो से शौचालय निर्माण में भुगतान/खर्च दिखाया जा रहा है:–(१) वर्ष 2015-16 में 3,24,550 रुपये (२) वर्ष 2016-17 में 4,75,134 रुपये (३) वर्ष 2017-18 में 5,22,400 रुपये (४) वर्ष 2018-19 में 2,68,430 रुपये एवम 2019-20 में 46,300 रुपये भुगतान किया गया है।इससे स्पष्ट होता है कि शौचालय निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किया गया हैं। ये सभी आंकड़े ग्राम पंचायत मोंगरा के दिये गए खुद के आंकड़े पर आधारित है।ग्राम पंचायत मोंगरा के सचिव ने वर्ष 2019-20 में 14वे वित्त योजना से 3,16,788 रुपये का भुगतान, राशि मिलान के लिए आहरण किया गया है। आहरण किस कार्य और किसको किया गया है, उल्लेख नही है। छत्तीसगढ़ के पंचायत का ये पहला पंचायत होगा,जो राशि मिलान के नाम पर भुगतान किया हैं। ग्राम पंचायत मोंगरा के सचिव के द्वारा किये गये, आर्थिक अनियमितता की जॉच 1 अप्रैल 2015 से 30 दिसम्बर 2019 तक सभी मदो की भुगतान( 14वे वित्त एवम 13वे वित्त योजना, मूलभूत योजना, पंचायत फंड, SBM एवम मनरेगा) जांच,केश बुक के मिलान, निरीक्षण एवम शौचालय निर्माण की हितग्राहियों की सूची मिलान के साथ ही साथ,भौतिक सत्यापन करके किया जाए।ताकि सत्यता सामने आ सके।