भारत और संयुक्‍त अरब अमारात के बीच व्‍यापक आर्थिक भागीदारी समझौता वार्ता का पहला चरण आज

भारत और संयुक्त अरब अमारात के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता वार्ता का पहला दौर आज होगा। नये रणनीतिक आर्थिक समझौते से पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार सौ अरब डॉलर तक बढ जाने की उम्मीद है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और संयुक्‍त अरब अमारात के विदेश व्यापार राज्य मंत्री थानी बिन अहमद अल ज़ेयूदी ने कल इस वार्ता की औपचारिक शुरूआत की। दोनों मंत्रियों ने जोर देकर कहा है कि इस समझौते से दोनों देशों में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे, जीवन स्तर उन्‍नत होगा और व्यापक सामाजिक तथा आर्थिक अवसर उपलब्ध होंगे।

थानी बिन अहमद अल ज़ेयूदी और संयुक्त अरब अमीरात का प्रतिनिधिमंडल दोनों देशों के बीच मौजूदा व्यापार और निवेश संबंधों के विस्तार सहित द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में सुधार के उद्देश्य से बातचीत के लिए नई दिल्ली में है।

दोनों पक्ष इस साल दिसंबर तक आपसी विचार-विमर्श पूरा करके आंतरिक कानूनी प्रक्रियाओं के संपन्‍न होने के बाद मार्च- 2022 में एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। भारत और संयुक्त अरब अमारात एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं।

दोनों देशों के बीच 2019 और 2020 में 59 अरब डॉलर का आपसी व्‍यापार हुआ। इसी अवधि में अमरीका के बाद भारत से 29 अरब डॉलर का सर्वाधिक निर्यात संयुक्त अरब अमारात में हुआ।

संयुक्‍त अरब अमारात भारत में आठवां सबसे बड़ा निवेशक भी है। भारत से संयुक्त अरब अमारात में पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न और आभूषण, खनिज, खाद्य पदार्थ, चाय, वस्त्र और रसायन का निर्यात किया जाता है।

संयुक्त अरब अमारात से भारत में पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पाद, कीमती धातुएं, मूल्‍यवान पत्थर, रत्न और आभूषण, खनिज, रसायन तथा लकड़ी और लकड़ी उत्पादों का आयात किया जाता है।